भानगढ़ किला सबसे डरावनी जगहों में से एक माना जाता है और इससे जुड़े कई अनसुलझे रहस्य हैं जो जानने के लिए लोग हमेशा उत्सुक रहते हैं इस बात पर कोई शक नहीं है कि यहां कई अलौकिक शक्तियां पाई जाती है जो लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती है भानगढ़ से जुड़ी हुई कोई डरावनी कहानियां भी है जो कि आप जरूर जानना चाहेंगे.
लोग सिर्फ राजस्थान भानगढ़ घूमने के लिए ही आते हैं जो कि बहुत फेमस है हर जगह, और भानगढ़ के किले के पीछे का रहस्य जानना चाहते हैं कि यह क्यों उजाड़ हो गया और यहां कोई भूत है भी या नहीं भानगढ़ किला अपनी समृद्ध इतिहास के लिए भी जाना जाता है भारत में इस किले को भूतों का महल या भूतों का भानगढ़ के नाम से भी जाना जाता है.
यह किला भारत की प्रसिद्ध टूरिस्ट जगह में से एक माना जाता है इतना भयानक और डरावना होने के बाद भी भानगढ़ घूमने के लिए बाहर से भी लोग आते हैं भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा खुदाई के समय यह सबूत मिले हैं कि यह शहर एक प्राचीन ऐतिहासिक स्थल है हालांकि अभी इस भानगढ़ किले की देखरेख भारत सरकार द्वारा की जाती है और यहां आने वाले सभी प्रेरकों को सख्त सूचना दी जाती है कि सूर्यास्त के बाद इस इलाके में कोई भी व्यक्ति ना रुके और इसका भानगढ़ के किले के गेट के बाहर एक बोर्ड भी लगाया हुआ है जिस पर लिखा हुआ है कि सूर्य अस्त के बाद यहां रुकना सख्त मना है.
यह भानगढ़ का किला अलवर में स्थित है भानगढ़ किले का निर्माण राजस्थान में 17 वी शताब्दी में किया गया था यह किला राजा भगवंतदास ने अपने छोटे बेटे माधो सिंह प्रथम के लिए बनवाया था इसी कारण इस भानगढ़ किले का नाम भान सिंह के नाम पर रखा गया जो कि माधो सिंह के पिता थे भानगढ़ का किला राजस्थान में अलवर की अरावली पर्वत श्रंखला पर सारिका रिजर्व की बॉर्डर पर बना हुआ है यह भानगढ़ किला पहाड़ियों के निचले ढलान वाले भाग पर बना हुआ है इसके किले के सबसे नजदीक गांव गोलक बाँस है.
भानगढ़ किले का इतिहास (Bhangarh Fort History in Hindi):-
भानगढ़ किले का इतिहास सदियों पुराना है राजस्थान में 17 वीं शताब्दी में बना हुआ प्राचीन कला का एक नमूना मन जाता है आमेर के राजा भगवंतदास ने अपने छोटे बेटे माधो सिंह के लिए 1573 ई. में बनवाया था जो की राजा सवाई मानसिंह के छोटे भाई थे 1613 ई. में माधो सिंह ने भानगढ़ किले का अपना निवास स्थान बना लिया था माधो सिंह के शासन के बाद उन के बेटे छत्र सिंह ने वहाँ शासन किया उस के बाद 1722 ई. में इसी वंश के राजा हरीसिंह ने यह की गदी समाली उसी के साथ किले किले की चमक धीरे-धीरे कम होने लगी छत्र सिंह के बेटे राजा अजब सिंह ने अपने किले भानगढ़ किले के समीप ही एक अजबगड़ किले का निर्माण किया और एह निवास करने लगे.
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भानगढ़ किले की कहानी (Bhangarh Fort Story In Hindi):-
भानगढ़ किले के उजाड़ होने के पीछे एक श्राप माना जाता है जो कि एक साधु ने दिया था भानगढ़ किले का निर्माण माधो सिंह ने वहाँ रहने वाले एक तपस्वी की अनुमति लेकर बनवाए थे लेकिन तपस्वी एक शर्त पर राजी हुआ थे की किले की अशुब छाया उनके पवित्र निवास स्थान पर नही पड़नी चाहिए वरना यह किला देर में बदल जायेगा.
लेकिन माधो सिंह के एक महत्वाकाशी उत्तराधिकारीयों में से एक ने किले को ज्यादा ऊपर बढ़ा दिया और किले की अशुभ छाया तपस्वी के घर तक पहुंच गई और यह भानगढ़ का किला खंडार में बदल गया और वहां कोई ना बचा और यह भानगढ़ का किला भूतिया बन गया.
भानगढ़ किले का रहस्य (Mystery of Bhangarh Fort):-
भानगढ़ किले के उजाड़ होने के पीछे एक और कहानी बताई जाती है जो की भीत ही अजीब है इसके पीछे एक तांत्रिक का श्राप माना जाता है जिस की वजह से ये भानगढ़ किले भूतो का किला बन गया चलीये अब आप को पूरी कहानी बताते है ऐसा माना जाता है कि भानगढ़ किले में रत्नावती नाम की एक बहुत ही सुन्दर राजकुमारी रहती थी उस समय राजकुमारी की सुन्दरता पुरे राज्य में थी यह खबर वहाँ रहने वाले एक तांत्रिक को पड़ी तो वे राजकुमारी को दखने चला आया जब तांत्रिक ने राजकुमारी को देखा तो वह भी राजकुमारी के प्यार में पड़ गया.
और उसे पाने की योजना बनाने लगा तभी उसे पता लगा की महल की दासी राजकुमारी के लिए इत्र लेने आई है तो तांत्रिक ने राजकुमारी को जादू की मदद से वश में करने का सोचा और इत्र में जादू कर दिया इस बात की खबर राजकुमारी को लगी तो तांत्रिक को मृत्युदंड की सजा दी गई और उसे कुचलवा दिया गया लेकिन तांत्रिक में आखिरी सांस लेने से पहले श्राप दिया की यह किला और इसमें रहने वाले लोग भी नहीं बचेंगे सब मारे जाएंगे और उनको मोक्ष भी नहीं मिलेगा उनकी आत्मा यही भटकती रहेगी ओए आज 21 वी शताब्दी में रहने वाले लोग इस बात से भय भीत रहते है की भानगढ़ किले में बहुत रहते है.
भानगढ़ किले की वास्तुकला (Architecture of Bhangarh Fort):-
हालांकि यह किला खंडार हो चुका है लेकिन पूरी तरह से इसकी सुंदरता अभी नष्ट नहीं हुई है यह काफी देखने लायक है भानगढ़ किले में होने वाली गतिविधिया है प्राकृतिक गतिविधियों के कारण यह किला काफी ज्यादा फेमस है और यह गतिविधियां अधिकतर रात में होती है इस कारण यहां सूर्यास्त के बाद जाना मना है भानगढ़ में कई किले और छोटे-छोटे महल आपको देखने को मिलेंगे भानगढ़ किले में चार द्वार है लाहौरी गेट अजमेरी गेट फुलवारी गेट और दिल्ली गेट है मुख्य द्वार से प्रवेश करते समय आपको कई मंदिर देखने को मिलेंगे जो कि काफी ज्यादा फेमस है और उनकी बनावट बहुत ही अद्भुत है जिन पर महीन कारीगिरी पेश है और सुन्दर निकाशिया भी देखने को मीलेगी.
भानगढ़ किले के आसपास पर्यटन स्थल (Tourist place around Bhangarh Fort):-
अगर आप भानगढ़ घूमने जाने का विचार बना रहे हैं तो आपको यहां भी जरूर जाना चाहिए क्योंकि भानगढ़ किले के आसपास ही है जो कि फेमस भी है जब आप भानगढ़ किले के मुख्य द्वार से अंदर जाएंगे तो आपको बहुत से छोटे-छोटे महल, मंदिर और हवेलिया देखने को मिलेंगे जिन पर कारीगरी बहुत ही अद्भुत है जैसे गणेश मंदिर, गोपीनाथ मंदिर, हनुमान मंदिर, सोमेश्वर मंदिर, मंगला देवी मंदिर, केशवराय मंदिर और नवीन मंदिर भी है.
इनमें से गोपीनाथ मंदिर 14 फीट ऊंची इमारत पर पीले पत्थरों से बनाया गया है साथ ही पुजारियों के रहने की हवेली में मंदिर के विभाग में ही बनाया गया है और प्रवेश द्वार के अंदर जाने के बाद हमें नाचन की हवेली और जोहरी बाजार भी देखने को मिलते हैं जिसके पास गोपीनाथ मंदिर भी बना हुआ है यह मंदिर स्मार्को के आकार में बना हुआ है ऐसा कहा जाता है कि यह मंदिर भगवान हनुमान और श्री महादेव को समर्पित है और शाही किला किले के अंत में बना हुआ है.
भानगढ़ किले से कुछ ही दूरी पर सरिस्का नेशनल पार्क भी बना हुआ है इसे सरिस्का टाइगर रिजर्व के नाम से भी जाना जाता है जो कि वह देखने लायक है अगर आप भानगढ़ घूमने जा रहे हैं तो आपको यह जरूर देखना चाहिए.
भानगढ़ किले की विशेषता (Features of Bhangarh Fort):-
- यह किला भारत में सबसे डरावनी जगहों में से एक माना जाता है.
- इस किले का इतिहास 17 वी शताब्दी पुराना है.
- यह किला चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा हुआ है.
- बारिश के समय पहाड़िया हरी भरी हो जाती है जिसके कारण के भानगढ़ किला बहुत ही सुंदर दिखाई देता है.
- वहां के स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि कई बार चिंखो और किसी के रोने की आवाज भी सुनाई देती है.
भानगढ़ किले में घूमने का सही समय,खुलने का समय और प्रवेश शुल्क :-
घूमने का सही समय :-
अगर आप भानगढ़ किला घूमने जाने का विचार बना रहे हैं तो हम आपको बता दें कि वैसे तो साल में आप कभी भी जा सकते हैं लेकिन अप्रैल से जून तक के महीने में ना जाए क्योंकि इन महीनों में राजस्थान में गर्मी बहुत पड़ती है इसलिए आप नवंबर से लेकर मार्च तक के महीनों में वहां घूमने जा सकते हैं इस समय मौसम ठंडा रहता है और देखने लायक होता है.
खुलने का समय :-
भानगढ़ का किला सुबह 6:00 बजे से लेकर शाम को 6:00 बजे तक खुला रहता है सूर्यास्त के बाद वहां जाने की अनुमति नहीं है.
प्रवेश शुल्क :-
भानगढ़ किले में जाने वाले सभी लोगों के लिए प्रवेश शुल्क अलग-अलग है
भारतीयों के लिए | 25 ₹ |
विदेशियों के लिए | 200 ₹ |
वीडियो कैमरे का चार्ज | 200 ₹ |
भानगढ़ किले तक केसे पहुंचे (How to reach Bhangarh Fort) :-
यह भानगढ़ किला राजस्थान में अलवर जिले के एक गांव में स्थित है जोकि जयपुर और दिल्ली के बीच स्थित है भानगढ़ किला दिल्ली से 235 किलोमीटर दूर है और अलवर भानगढ़ का सबसे नजदीकी शहर है अलवर से भानगढ़ की दूरी लगभग 90 किलोमीटर है और अलवर से भी नजदीकी जयपुर है भानगढ़ किले के जयपुर से भानगढ़ किला सिर्फ 83 किलोमीटर दूरी पर है.
ट्रेन से भानगढ़ किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप ट्रेन से जाने की सोच रही हैं सबको बता देगी किले के सबसे नजदीक दोसा रेलवे स्टेशन है चौकी भानगढ़ किले से 22 किलोमीटर की दूरी पर है.
हवाई अड्डा से भानगढ़ किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप हवाई जहाज से जाना चाहते हैं तो जयपुर का सतेंदर हवाई अड्डा किले के सबसे नजदीक है जो कि भानगढ़ से 56 किलोमीटर की दूरी पर है.
सड़क मार्ग से भानगढ़ किले तक केसे पहुंचे :-
गर्भ सड़क मार्ग के रास्ते से जाना चाहते हैं तो आप खुद के साधन से भी जा सकते हैं यह भानगढ़ किला सड़क मार्ग के द्वारा सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है और सभी शहरों में चलने वाली सार्वजनिक बसे आपको भानगढ़ के लिए तक पहुंचा सकती हैं.
भानगढ़ किले तक पहुंचने का मेप :-
सवाल जवाब (Question Answer) :-
- भानगढ़ किला कहां स्थित है ?
भानगढ़ का किला अलवर में स्थित है
- भानगढ़ किले का निर्माण किसने किया ?
भानगढ़ किले का निर्माण राजा भगवंतदास ने अपने छोटे बेटे माधो सिंह के लिए करवाया था
- भानगढ़ किले की स्थापना कब हुई ?
भानगढ़ किले की स्थापना 1573 ई. में हुई
- क्या यह भानगढ़ किला कोविड-19 के समय भी खुला हुआ है ?
जी हां यह किला खुला हुआ है लेकिन आपका वेट के सारे रूल फॉलो करें ताकि आप ही सुरक्षित रहें और दूसरे भी
- भानगढ़ का किला प्रेरकों के लिए कितने बजे खुलता और बंद होता है ?
भानगढ़ का किला सुबह 6:00 बजे से शाम को 6:00 बजे तक खुला रहता है
- भानगढ़ का किला कौन सी पहाड़ी पर स्थित है ?
भानगढ़ का किला अरावली पर्वत श्रंखला पर स्थित है
- भारत में सबसे भूतिया महल कौन सा है ?
भानगढ़ के किले को भारत में सबसे भूतिया महलो में से एक माना जाता है
सबसे महत्वपूर्ण बाते (Most important topic) :-
दोस्तों की ऐतिहासिक इमारतों महलों और पर्यटक स्थलों पर यात्रा अवधि टिकट के पैसे जैसे छोटी चीजें बदलती रहती है.
यदि अगर आप को इनके बारे में पता है तो आप कमेंट में जरूर लिखें हम आपके द्वारा दी गई जानकारी जल्द ही अपडेट कर देंगे और यदि इस पोस्ट में हमसे कोई गलती हो गई है तो वह जरूर बताएं.
धन्यवाद