नमस्कार आपका हमारे Knowledge with ruchi.com blog मैं स्वागत है भारत अपने इतिहास और भूगोल के लिए दुनिया में प्रसिद्ध है भारत में बहुत से किले और महल बने हुए हैं जो कि अपने इतिहास के लिए जाने जाते हैं साथ ही कई प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहरे भी मौजूद है जिन्हें यूनेस्को और नेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है।
आज हम ऐसे ही एक किले के बारे में जानेंगे जिसका नाम है “ तोरणा किला”
यदि आप ऐतिहासिक धरोहरों को देखने या उनके बारे में जानने के शौकीन है तो आर्टिकल को शुरू से अंत तक पूरा पढ़ें।
तोरणा किले का इतिहास (Torna Fort History in Hindi):-
तोरणा किले का निर्माण 13 वीं शताब्दी में हुआ था। हिंदू देवता शिव के अनुयायी शिव पंथ ने इसका प्रदर्शन किया। तोरणा किला छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा 1646 में उनकी किशोरावस्था के दौरान कब्जा किया गया पहला किला था, और इस प्रकार इसे एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्मारक के रूप में मान्यता प्राप्त है।
वह उस समय केवल 16 वर्ष के थे, उसने किले को सुरक्षित करके मराठा साम्राज्य पर एक बड़ा प्रभाव डाला, जिसे उन्होंने “प्रचंड” (प्रचंड का अर्थ विशाल और गढ़ का अर्थ किला) नाम दिया।
18वीं शताब्दी तक तोरणा किले पर छत्रपति शिवाजी महाराज की अगली पीढ़ी का शासन था। लेकिन अपने पहले बेटे संभाजी महाराज की मृत्यु के पश्चात, मुगल साम्राज्य ने किले पर अधिकार कर लिया, जिसके बाद औरंगजेब ने इसका नाम भी “फुतुलबीब” रख दिया।
कुछ लोगों का तर्क है कि तोरणा किले की लड़ाई औरंगजेब का पहला वास्तविक युद्ध था। बाद में, पुरंदर की संधि (1776 में हस्ताक्षरित) के तहत, इसे मराठी साम्राज्य में वापस कर दिया गया और लंबे समय तक मराठा साम्राज्य का केंद्र बना रहा।
तोरणा किले की वास्तुकला (Architecture of Torna Fort):-
तोरणा किला महाराष्ट्र की पहाड़ियों में स्थित एक और शानदार और सुंदर किला है। राजस्थान के पुणे जिले में स्थित तोरणा किला हाल के वर्षों में ट्रेकर्स के बीच काफी लोकप्रिय हुआ है। हालांकि पर्यटन सीजन के दौरान यहां इतिहास प्रेमियों की बहुत भीड़ रहती है।
यह किला समुद्र तल से लगभग 1400 मीटर की ऊंचाई पर, भारत के पश्चिमी घाट (सह्याद्री पर्वत श्रृंखला) में एक पहाड़ी पर स्थित है। किले के खंडहर विशाल पत्थर प्राचीर से घिरे हुए हैं।
प्रवेश द्वार की ओर जाने वाले मार्ग/सीढ़ी में सात दरवाजे हैं। बिन्नी दरवाजा आधार के निकट पहला द्वार है, और कोठी दरवाजा मुख्य या अंतिम प्रवेश द्वार है।
किले के परिसर के अंदर, दोनों तरफ ऊंची दीवारों वाली एक संकरी गली विभिन्न संरचनाओं और समतल जमीन के साथ गढ़ के अन्य हिस्सों की ओर जाती है।
कुछ खंडहरों में अन्न भंडार, गार्ड रूम और विश्राम क्षेत्र भी देखे जा सकते हैं। किले के पास कई पानी के टैंक और मंदिर भी हैं।
तोरणा फोर्ट ट्रेकिंग और करने के लिए चीजें (Torna Fort Trekking and Things to do) :-
अगर आप फ्रेंड्स या फैमली के साथ तोरणा किला की यात्रा का प्लान बनाने की सोच रहे हे तो हम आप को बता दे की आप वंहा ट्रेकिंग, हाइकिंग और कैंपिंग जेसी कुछ एक्टिविटीज कर सकते है इतना ही नही आप वहाँ शिविर भी लगा सकते हे जिस के लिए एक अलग स्थान पर्याप्त हैं।
उनकी अत्यधिक कठिनाई को देखते हुए, पर्वतीय ढलान उन्नत स्तर के भ्रमण के लिए आदर्श हैं। ट्रेकर्स को सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि मानसून के मौसम में इलाके में फिसलन हो जाती है।
अगर आपको दर्शनीय स्थलों की यात्रा करना पसंद है, तो यह घूमने या पिकनिक बनाने के लिए एक बहुत ही अच्छा स्थान है यहां झरने, सुंदर घाटियां और विशाल पहाड़ है जो अद्भुत दृश्य प्रदान करते हैं मानसून के समय पर्वत चोटियों पर बादल नीचे की ओर घूमते हैं इसका दृश्य बेहद ही सुंदर दिखाई देता है।
किले में कई खंडहर, मंदिर पानी की टंकी आदि मौजूद है और किले के सबसे ऊपरी हिस्से में पहुंचने पर पर्यटक सिंहगढ़ किले, महाबलेश्वर, भटगाव डैम, खडकवासला डैम, प्रतापगढ़ और रायगढ़ जैसे शानदार नजारे का अनुभव भी ले सकते हैं।
तोरणा फोर्ट की ट्रिप के लिए टिप्स (Tips for Trip of Torna Fort) :-
अगर आप फौरन फॉर ट्रैक पर जाने का प्लान बना रहे हैं तो परेशानी से दूर रहने के लिए नीचे दी गई चला को जरूर फॉलो करें-
- आप जब भी ट्रैक पर जाए तो अपने साथ रेनकोट, गर्म कपड़े, स्वेटर अपने साथ जरूर ले ले।
- यदि आप स्वस्थ है तभी यहां ट्रैकिंग करें, वरना कुछ समय तक ट्रैकिंग करने का प्लान कैंसिल कर दें, और ट्रैकिंग के लिए मेंटली रेडी जरुर रहे, क्योंकि यहां कुछ मुश्किल पढ़ाओ भी मौजूद है मेंटली रेडी रहने से इन्हें आप आसानी से पार कर सकते हैं।
- अगर आप बारिश के समय में यहां ट्रैकिंग करना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि मानसून के समय यहां के रास्ते फिसलनदार हो जाते हैं इसलिए सावधानी से ट्रेकिंग करें।
- ट्रैकिंग करने के समय अपने साथ खाने-पीने का सामान जरूर ले ले, क्योंकि रास्ते में इन चीजों का अभाव मिल सकता है।
- ट्रैकिंग के दौरान ट्रैकिंग शूज और आरामदायक कपड़े जरूर पहने इससे आपको चलने में आसानी होगी।
- ध्यान दें, यहां ट्रैकिंग के दौरान अपने साथ कैमरा जरूर ले लें क्योंकि यहां पर कई ऐसे नजारे हैं जिन्हें देखकर आप फोटो लेना जरूर चाहेंगे।
तोरणा किले के आसपास पर्यटक स्थल (Tourist place around of Torna Fort):-
अगर आप तोरणा किला घूमने का प्लान बना रहे है तो आप को बता दे की महाराष्ट्र के पुणे शहर में तोरणा किले के अलावा भी कई प्रसिद लोकप्रिय पर्यटक स्थल है जो किले के नजदीक ही स्थित है जो बेहत ही प्रसिद भी माने जाते है जहाँ आप को पुणे की यात्रा के दोरान अवश्य जाना चाहिए।
- राजीव गांधी जुलोजिकल पार्क
- शनिवार वाडा पुणे
- राजगढ़ किला
- विसापुर किला
- भुलेश्वर मंदिर
- दर्शन संग्रहालय
- कटराज जैन मंदिर
- पुणे-ओकायामा फ्रेंडशिप गार्डन
- सरसबाग गणपति मंदिर
- भोर व्यू पॉइंट
- तानाजिसागर डैम
- आगा खान पैलेस
- रंजनगांव गणपति मंदिर
- पश्चिमी घाट
- पार्वती हिल पुणे
- राजा दिनकर केलकर संग्रहालय पुणे
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तोरणा किले में घूमने का सही समय, खुलने का समय और प्रवेश शुल्क :-
घूमने का सही समय –
अगर आप तोरणा किले में घूमने जाने का विचार बना रहे हैं तो हम आपको बता दें कि वैसे तो साल में आप कभी भी जा सकते हैं लेकिन आप सितम्बर से लेकर मार्च तक के महीनों में वहां घूमने जा सकते हैं इस समय मौसम ठंडा रहता है और तोरणा फोर्ट बेहत खुबसूरत लगता है। और इस समय आप तोरणा किले के अलावा भी पुणे के ओर भी प्रसिद स्थल घूम सकते है हाँलाकि आप अप्रैल से जून तक के महीने में भी यंहा घूमने आ सकते है क्योंकि इन महीनों में बेहत गर्मी होने के बवजूद भी यहाँ का मोसम ठंडा रहता है।
खुलने का समय :-
तोरणा किला 24 घंटे खुला रहता है आप यहां कभी भी भ्रमण कर सकते हैं लेकिन दिन के समय घूमना एक अच्छा समय है और यह सेफ भी है अंधेरा होने से पहले आप यहां से निकल जाए।
प्रवेश शुल्क :-
तोरणा किले में घूमने के लिए कोई भी प्रवेश शुल्क नही देना पड़ता, आप बिना प्रवेश शुल्क दिए आराम से घूम सकते है।
तोरणा किले तक केसे पहुंचे (How to reach Torna Fort) :-
ट्रेन से तोरणा किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप ट्रेन से जाने की सोच रहे हैं तो आप को बता दे की तोरणा किले के सबसे नजदीक पुणे रेलवे स्टेशन है जो भारत के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशन से भी जुड़ा हुआ है रलवे स्टेशन से आप बस या टेक्सी ले सकते है और किले तक पहुच सकते है।
फ्लाइट से तोरणा किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप हवाई जहाज से जाना चाहते हैं तो बता दे की पुणे शहर में स्थित पुणे हवाई अड्डा तोरणा किले के सबसे नजदीक है जो केवल किले से 70 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है और भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है हवाई अड्डे से आप बस या टेक्सी की मदद से किले तक पहुंच सकते है।
सड़क मार्ग से तोरणा किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप सड़क मार्ग के रास्ते से जाना चाहते हैं तो आप खुद के साधन से भी जा सकते हैं यह महाराष्ट्र का पुणे शहर सड़क मार्ग के द्वारा सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है और सभी शहरों में चलने वाली सार्वजनिक बसे भी आपको पुणे शहर या तोरणा किले तक पहुंचा सकती हैं।
तोरणा किले तक पहुंचने का मेप :-
सवाल जवाब (Question Answer) :-
तोरणा किले कहां स्थित है?
भारत के महाराष्ट्र राज्य के पुणे जिले में स्थित है।
तोरणा किले की स्थापना कब हुई?
13 वी शताब्दी में।
तोरणा किला प्रेरकों के लिए कितने बजे खुलता और बंद होता है?
किला 24 घंटे खुला रहता है आप यहां कभी भी भ्रमण कर सकते हैं।
तोरणा किला क्यों फेमस है?
यह किला प्रेरकों के द्वारा की जाने वाली ट्रेकिंग के कारण काफी फेमस है इस किले के आसपास बहुत ही सुंदर दृश्य हैं और काफी ऊंची चढ़ाई भी है जिसे पर्यटक काफी पसंद करते हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बाते (Most important topic) :-
दोस्तों की ऐतिहासिक इमारतों महलों और पर्यटक स्थलों पर यात्रा अवधि टिकट के पैसे जैसे छोटी चीजें बदलती रहती है।
यदि अगर आप को इनके बारे में पता है तो आप कमेंट में जरूर लिखें हम आपके द्वारा दी गई जानकारी जल्द ही अपडेट कर देंगे और यदि इस पोस्ट में हमसे कोई गलती हो गई है तो वह जरूर बताएं।
धन्यवाद