नमस्कार आपका हमारे Knowledge with ruchi.com blog मैं स्वागत है भारत अपने इतिहास और भूगोल के लिए दुनिया में प्रसिद्ध है भारत में बहुत से किले और महल बने हुए हैं जो कि अपने इतिहास के लिए जाने जाते हैं साथ ही कई प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहरे भी मौजूद है जिन्हें यूनेस्को और नेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है।
आज हम ऐसे ही एक पैलेस के बारे में जानेंगे जिसका नाम है “लक्ष्मी निवास पैलेस ”
यदि आप ऐतिहासिक धरोहरों को देखने या उनके बारे में जानने के शौकीन है तो आर्टिकल को शुरू से अंत तक पूरा पढ़ें।
लक्ष्मी निवास पैलेस का इतिहास (Laxmi Niwas Palace History in Hindi):-
लक्ष्मी निवास पैलेस का निर्माण 20 वीं शताब्दी की शुरुआत में बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह के शासनकाल में हुआ था। महल मुख्य रूप से शाही परिवार के लिए एक निजी निवास के रूप में बनाया गया था और बाद में इसे एक हेरिटेज होटल में बदल दिया गया था।
इस पैलेस का निर्माण 1898 में शुरू हुआ और 1902 में पूरा हुआ महल का नाम महाराजा गंगा सिंह की मां महारानी लक्ष्मी कुमारी के नाम पर रखा गया था।
लक्ष्मी निवास पैलेस की वास्तुकला (Architecture of Laxmi Niwas Palace):-
लक्ष्मी निवास पैलेस भारत में राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित एक ऐतिहासिक महल है। इसे प्रसिद्ध ब्रिटिश वास्तुकार सैम्युल स्विंटन जैकब द्वारा डिजाइन किया गया था, जो अपनी इंडो-सरसेनिक वास्तुकला शैली के लिए जाने जाते थे।
यह महल राजपूत और यूरोपीय वास्तुशैली के मिश्रण को दर्शाता है, लक्ष्मी निवास पैलेस अपनी जटिल नक्काशी, शानदार गुंबदों और भव्य प्रांगणों के साथ वास्तुशिल्प प्रतिभा का एक शानदार उदाहरण है।
ये लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से निर्मित है। इस पैलेस को 1972 में एक हेरिटेज होटल में बदल दिया गया, पैलेस होटल ने अपने मेहमानों को आधुनिक सुविधा प्रदान करते हुए, अपने शाही माहौल को बनाए रखा है।
लक्ष्मी निवास पैलेस में एक भव्य पुस्तकालय भी मौजूद है इस पुस्तकालय में हड़प्पा सभ्यता और गुप्त काल कि कई कलाकृतियां शामिल है इसी के साथ ही संस्कृत भाषा में लिखे हुए सोने, चांदी और तांबे के सामानों का भी समावेश है।
इस पैलेस में पर्यटक को के मनोरंजन के लिए नृत्य और संगीत के आयोजन भी किए जाते हैं पर्यटक पैलेस में बैडमिंटन, टेनिस और बिलियर्ड इत्यादि खेल भी खेल सकते हैं इतना ही नहीं लक्ष्मी निवास पैलेस रिसेप्शन, शादियों और सम्मेलनों के साथ-साथ फिल्म की शूटिंग के लिए भी उपलब्ध है।
यह राजस्थान की शाही विरासत की एक झलक पाने के इच्छुक पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य रहा है।
लक्ष्मी निवास पैलेस के आसपास पर्यटक स्थल (Tourist place around of Laxmi Niwas Palace):-
अगर आप लक्ष्मी निवास पैलेस घूमने का प्लान बना रहे है तो आप को बता दे की राजस्थान के बीकानेर जिले में लक्ष्मी निवास पैलेस के अलावा भी कई प्रसिद लोकप्रिय पर्यटक स्थल है जो लक्ष्मी निवास पैलेस के नजदीक ही स्थित है जो बेहत ही प्रसिद भी माने जाते है जहाँ आप को बीकानेर की यात्रा के दोरान अवश्य जाना चाहिए।
- गजनेर झील
- गजनेर पैलेस
- गजनेर वन्य जीव अभ्यारण
- करणी माता मंदिर
- जूनागढ़ का किला
- कोलायत मंदिर
- कोलायत झील
- लालगढ़ पैलेस
- देवी कुंड सागर
- लक्ष्मीनाथ मंदिर
- गंगा सिंह संग्रहालय
- शिव बाड़ी मंदिर
- रामपुरिया हवेली
- सादुल सिंह संग्रहालय
- भांडासर जैन मंदिर
- ऊंट अनुसंधान केंद्र
- जूनागढ़ किला
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बीकानेर का प्रसिद्ध भोजन (Famous Food of Bikaner in Hindi) :-
लक्ष्मी निवास पैलेस राजस्थान के ऐतिहासिक और सबसे प्रसिद्ध जगहों में से एक माना जाता है जहां लक्ष्मी निवास पैलेस को देखने हजारों संख्या से भी अधिक पर्यटक आते हैं तथा यहां के स्वादिष्ट भोजन का स्वाद लेते हैं।
यदि आप भी यहां के स्वादिष्ट भोजन का स्वाद लेना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि वैसे तो यहां के सभी भोजन स्वादिष्ट है जेसे दाल -बाटी -चूरमा, दूध -जलेबी, खट्टा -पकौड़ी और स्नेह के समय कचोरी और समोसा का स्वाद ले सकते है।
लेकिन बीकानेर की नमकीन पापड़ और बीकानेरी भुजिया सबसे पसंदीदा फूड और प्रसिद्ध है जो की बेहद ही स्वादिष्ट और खास तरीके से बनाई जाती है।
लक्ष्मी निवास पैलेस घूमने का सही समय, खुलने का समय और प्रवेश शुल्क :-
घूमने का सही समय –
अगर आप लक्ष्मी निवास पैलेस घूमने जाने का विचार बना रहे हैं तो हम आपको बता दें कि वैसे तो साल में आप कभी भी जा सकते हैं ,लेकिन अप्रैल से जून तक के महीने में ना जाए क्योंकि इन महीनों में राजस्थान में गर्मी बहुत पड़ती है और तापमान अधिक डिग्री तक पहुँच जाता है इसलिए आप अगस्त से लेकर मार्च तक के महीनों में वहां घूमने जा सकते हैं इस समय मौसम ठंडा रहता है और लक्ष्मी निवास पैलेस बेहत खुबसूरत लगता है।
खुलने का समय –
लक्ष्मी निवास पैलेस सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम को 6:00 बजे तक खुला रहता है।
प्रवेश शुल्क –
लक्ष्मी निवास पैलेस मे प्रति व्यक्ति 100 रुपए प्रवेश शुल्क हैं। जैसा कि हम आपको बता चुके हैं कि यह एक पैलेस था जिसे अब होटल के रूप में इस्तेमाल किया जाता है अतः यदि आप इसमें ठहरते हैं तो उसका शुल्क लग्जरी सुविधाओं और कमरों के अनुसार अलग-अलग है।
लक्ष्मी निवास पैलेस तक केसे पहुंचे (How to reach Laxmi Niwas Palace) :-
अगर आप भी अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों के साथ लक्ष्मी निवास पैलेस घूमने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको बता दें कि लक्ष्मी निवास पैलेस तक पहुंचने के कई मार्ग है जिसमें हवाई अड्डा या सड़क मार्ग या ट्रेन के द्वारा भी आप लक्ष्मी निवास पैलेस तक पहुंच सकते हैं।
ट्रेन से लक्ष्मी निवास पैलेस तक केसे पहुंचे :-
अगर आप ट्रेन से जाने की सोच रहे हैं तो आप को बता दे की लक्ष्मी निवास पैलेस के सबसे नजदीक बीकानेर रेलवे स्टेशन है ।रेलवे स्टेशन से लक्ष्मी निवास पैलेस मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है तथा स्टेशन पहुंचकर वहां से आप कैब या टैक्सी करके लक्ष्मी निवास पैलेस तक पहुंच सकते हैं।
फ्लाइट से लक्ष्मी निवास पैलेस तक केसे पहुंचे :-
अगर आप हवाई जहाज से जाना चाहते हैं तो जोधपुर हवाई अड्डा बीकानेर के सबसे नजदीक है जो की लक्ष्मी निवास पैलेस से केवल 254 किमी और जयपुर में सांगानेर हवाई अड्डे से 325 किमी दुरी पर स्थित है हवाई अड्डे से आप बस या टेक्सी की मदद से लक्ष्मी निवास पैलेस तक पहुंच सकते है।
सड़क मार्ग से लक्ष्मी निवास पैलेस तक केसे पहुंचे :-
अगर आप सड़क मार्ग के रास्ते से लक्ष्मी निवास पैलेस जाना चाहते हैं तो आप खुद के साधन से भी जा सकते हैं यह लक्ष्मी निवास पैलेस सड़क मार्ग के द्वारा सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है और सभी शहरों में चलने वाली सार्वजनिक बसे भी आपको लक्ष्मी निवास पैलेस तक पहुंचा सकती हैं।
लक्ष्मी निवास पैलेस तक पहुंचने का मेप :-
सवाल जवाब (Question Answer) :-
लक्ष्मी निवास पैलेस कहां स्थित है?
राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित है।
लक्ष्मी निवास पैलेस का निर्माण किसने करवाया?
महाराजा गंगा सिंह ने करवाया था।
लक्ष्मी निवास पैलेस क्यों फेमस है?
लक्ष्मी निवास पैलेस अपनी सुंदरता के लिए जाना जाता है इसमें स्थित पुस्तक संग्रहालय इसके आकर्षण का केंद्र है। तथा लक्ष्मी निवास पैलेस का मुख्य आकर्षण इसकी बनावट तथा इसकी महीन कारीगरी है।
यह पैलेस प्रेरकों के लिए कितने बजे खुलता और बंद होता है?
यह पैलेस पर्यटकों के लिए सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम को 6:00 बजे तक खुला रहता है।
लक्ष्मी निवास पैलेस की स्थापना कब हुई?
इस पैलेस की स्थापना 20 वीं शताब्दी की शुरुआत में हुई।
सबसे महत्वपूर्ण बाते (Most important topic) :-
दोस्तों की ऐतिहासिक इमारतों महलों और पर्यटक स्थलों पर यात्रा अवधि टिकट के पैसे जैसे छोटी चीजें बदलती रहती है।
यदि अगर आप को इनके बारे में पता है तो आप कमेंट में जरूर लिखें हम आपके द्वारा दी गई जानकारी जल्द ही अपडेट कर देंगे और यदि इस पोस्ट में हमसे कोई गलती हो गई है तो वह जरूर बताएं।
धन्यवाद