नमस्कार! आपका हमारे “Knowledge With Ruchi” ब्लॉग में हार्दिक स्वागत है। हम इस यात्रा की शुरुआत कुछ हिन्दी शायरी के साथ करेंगे:
“दुनिया की यात्रा पर निकलें हम,
खोजें नये सफरों के गीत और प्यार के दिन।“
“आओ संग में एक कहानी बनाते है,
चलो कहीं घूम के आते हैं।”
भारत, अपने ऐतिहासिक और विविध भूगोल के लिए दुनिया भर में मशहूर है। इस ब्लॉग में, हम आपको भारत के रोचक किलों, महलों, और यूनेस्को सूची में शामिल ऐतिहासिक धरोहरों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।
अगर आप प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते हैं, म्यूजियम की खोज करते हैं, वॉटर पार्क्स का आनंद लेते हैं, होटलों में अच्छी सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं, और पहाड़ों के सौंदर्य का आनंद लेते हैं, तो यह ब्लॉग आपके लिए है। हम आपको विभिन्न देशों के रोचक स्थलों की यात्रा की कहानियों को सुनाएंगे और आपको यात्रा के सुझाव भी देंगे।
यदि आप विश्व भर में घूमने के शौकीन है, ऐतिहासिक धरोहरों को देखने या उनके बारे में जानने के शौकीन है तो आर्टिकल को शुरू से अंत तक पूरा पढ़ें, “यहाँ हम लेकर आएंगे आप के लिए हर रोज़ एक नई कहानी का एक नया सफर“।
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम जयपुर का इतिहास (History Of Albert Hall Museum):-
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम, जिसे सरकारी केंद्रीय संग्रहालय के रूप में भी जाना जाता है, भारत के राजस्थान के गुलाबी शहर जयपुर में स्थित है। म्यूजियम का इतिहास लगभग 150 साल पुराना माना जाता है यह वास्तुशिल्प चमत्कार 1876 में महाराजा सवाई माधो सिंह द्वितीय के शासनकाल के दौरान बनाया गया था और इसका नाम वेल्स के राजकुमार अल्बर्ट एडवर्ड (जो बाद में किंग एडवर्ड सप्तम बन गया) के नाम पर रखा गया था।
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम की वास्तुकला (Architecture of Albert Hall Museum in Hindi):-
संग्रहालय की वास्तुकला अपने अलंकृत गुंबदों, जटिल मेहराबों और उत्कृष्ट पत्थर के काम के साथ इंडो-सारसेनिक और यूरोपीय शैलियों का एक मनोरम मिश्रण है। इस जगह पर, गलियों को विभिन्न शैलियों में चित्रों के साथ सजाया गया है, और यहाँ पर यूरोपीय, मिस्र, चीनी, ग्रीक और बेबीलोनियन सभ्यताओं के चित्रित दृश्य भी हैं,
इसके साथ ही संग्रहालय की दीर्घाओं में अतीत से प्राचीन वस्तुओं और कलाकृतियों का एक संग्रह भी है। इस सांस्कृतिक टेपेस्ट्री के केंद्र में आश्चर्यजनक अल्बर्ट हॉल संग्रहालय है, जो इतिहास और कला का खजाना है जो दुनिया भर के यात्रियों को आकर्षित करता है।
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय के अन्दर देखने लायक गैलरी संग्रह (Gallery Collection Inside Albert Hall Museum):-
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय में विभिन्न मनोरंजक गैलरी हैं, जो उन्नीसवीं शताब्दी से प्राचीन काल तक की वस्तुओं और रत्नों का प्रदर्शन करती हैं, अल्बर्ट हॉल बेहत ही आकर्षक संग्रहालय है। जो राज्यस्थान के सबसे पुराने संग्रहालयों में से एक है।:
मिस्र की ममी (Egyptian Mummy):
संग्रहालय की सबसे प्रतिष्ठित प्रदर्शनियों में से एक मिस्र की ममी है, जो आगंतुकों को आकर्षित करने में कभी असफल नहीं होती। यह प्राचीन दुनिया और मिस्रवासियों की प्रथाओं की एक झलक पेश करता है।
राजस्थान की कलाकृतियाँ (Artefacts from Rajasthan):
संग्रहालय में कपड़ा, आभूषण, मिट्टी के बर्तन और लघु चित्रों सहित पारंपरिक राजस्थानी कलाकृतियों का एक प्रभावशाली संग्रह है, जो राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की जानकारी प्रदान करता है।
धातु की कलाकृतियाँ (Metal Artifacts):
उत्तम तलवारों और कवच से लेकर बर्तनों और मूर्तियों तक, प्रदर्शन पर मौजूद धातु की कलाकृतियाँ बीते युग की शिल्प कौशल को दर्शाती हैं।
पेंटिंग और मूर्तियां (Paintings and Sculptures):
संग्रहालय भारत और उससे परे की पेंटिंग, मूर्तियों और सजावटी कला की एक विशाल श्रृंखला का घर है। इन टुकड़ों का जटिल विवरण और ऐतिहासिक महत्व उन्हें कला प्रेमियों के लिए अवश्य देखने योग्य बनाता है।
कालीन गैलरी (Carpet Gallery):
दुनिया में फ़ारसी उद्यान कालीनों का श्रेष्ठ उदाहरण कालीन गैलरी है, जो 1632 ईसवी में मिर्जा राजा जय सिंह के शासनकाल में खरीदी गई थी। इसका कारपेट प्रदर्शित करता है फ़ारसी उद्यान के दृश्य। इसे चार खंडों में विभाजित किया गया है, जो कई वर्गों में विभाजित होते हैं। प्रत्येक खंड के विभिन्न रंग कालीन को आकर्षक बनाते हैं, जिसमें मछलियाँ, पक्षियाँ, कछुए और अन्य चीनी जानवरों को भी देखा जा सकता है। और इस गैलरी में डोरमैट, मुगल और पुष्प पैटर्न के साथ गोलाकार कालीन भी देखे जा सकते हैं।
सिक्का गैलरी (coin gallery):
इस आकर्षक गैलरी में, आपको मुगलों और अंग्रेजों द्वारा उपयोग किए गए सिक्कों का एक व्यापक संग्रह मिलेगा। पाँच-नुकीले प्रतीकों वाले सिक्कों को मुद्राशास्त्र के क्षेत्र में सबसे प्राचीन कलाकृतियाँ माना जाता है। मुगल काल के अकबर, जहांगीर, शाहजहां और औरंगजेब के शासनकाल के कई सिक्को का भी संग्रह हैं।
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम के आसपास पर्यटक स्थल (Tourist place around of Albert Hall Museum):-
अगर आप अल्बर्ट हॉल म्यूजियम में घूमने का प्लान बना रहे है तो आप को बता दे की राजस्थान के जयपुर जिले में अल्बर्ट हॉल म्यूजियम के अलावा भी कई प्रसिद लोकप्रिय पर्यटक स्थल है जो अल्बर्ट हॉल म्यूजियम के नजदीक ही स्थित है जो बेहत ही प्रसिद भी माने जाते है जहाँ आप को जयपुर की यात्रा के दोरान अवश्य जाना चाहिए।
- सिटी पैलेस
- जल महल
- नाहरगढ़ किला
- जयगढ़ किला
- अल्बर्ट हॉल म्यूजियम
- बिरला मंदिर
- रामबाग पैलेस
- चोखी धानी
- अम्बेर किला व महल
- झालाना लेपर्ड कंजरवेशन रिज़र्व
- जंतर मंतर
- राज मन्दिर सिनेमा
- हवामहल
- सिसोदिया रानी गार्डन
- गोंविंद देवजी मंदिर
- सेंट्रल पार्क
- सामोद पैलेस
- बापू बाजार
- वर्ल्ड ट्रेड पार्क (WTP)
- अक्षरधाम मंदिर
- गलताजी मंदिर
- मोती डूंगरी गणेश मंदिर
- सांभर झील
- अनोखी म्यूजियम ऑफ हैंड प्रिंटिग
- म्यूज़ियम ऑफ लेगासीज
- वैक्स म्यूजियम
- आम्रपाली संग्रहालय
- नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क
- जेम एंड ज्वैलरी संग्रहालय
- सनराइज ड्रीम वर्ल्ड
- वृंदावन गार्डन
- स्टेच्यू सर्कल जयपुर
- माधवेंद्र पैलेस स्कल्पचर पार्क
- कनक वृंदावन गार्डन
- महारानी की छतरी
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जयपुर का प्रसिद्ध भोजन (Famous Food of Jaipur in Hindi) :-
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम राजस्थान के ऐतिहासिक और सबसे प्रसिद्ध जगहों में से एक माना जाता है। जहां अल्बर्ट हॉल म्यूजियम को देखने हजारों संख्या से भी अधिक पर्यटक आते हैं तथा यहां के स्वादिष्ट भोजन का स्वाद लेते हैं।
यदि आप भी यहां के स्वादिष्ट भोजन का स्वाद लेना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि वैसे तो यहां के सभी भोजन स्वादिष्ट है जेसे दाल -बाटी -चूरमा, यहाँ का सबसे प्रसिद फूड है तथा दूध -जलेबी, घेवर और स्नेह के समय कचोरी और समोसा का स्वाद ले सकते है।
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम घूमने का सही समय, खुलने का समय और प्रवेश शुल्क :-
घूमने का सही समय :–
अगर आप अल्बर्ट हॉल म्यूजियम घूमने जाने का विचार बना रहे हैं तो हम आपको बता दें कि वैसे तो साल में आप कभी भी जा सकते हैं ,लेकिन अप्रैल से जून तक के महीने में ना जाए क्योंकि इन महीनों में राजस्थान में गर्मी बहुत पड़ती है और तापमान अधिक डिग्री तक पहुँच जाता है इसलिए आप सितम्बर से लेकर मार्च तक के महीनों में वहां घूमने जा सकते हैं इस समय मौसम ठंडा रहता है और अल्बर्ट हॉल म्यूजियम बेहत खुबसूरत लगता है।
खुलने का समय :-
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम सुबह 9.00 बजे से शाम 5.00 बजे तक और शाम 7.00 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है।
प्रवेश शुल्क :-
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम सामान्य प्रवेश टिकट शुल्क (General Entry Fees)-
भारतीय पर्यटकों के लिए | 40 ₹ |
भारतीय स्टूडेंट्स के लिए | 20 ₹ |
विदेशी स्टूडेंट्स के लिए | 150 ₹ |
विदेशी पर्यटकों के लिए | 300 ₹ |
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय रात्रि भ्रमण प्रवेश टिकट शुल्क (Night Visit Entry Fees)-
भारतीय पर्यटकों के लिए | 100 ₹ |
भारतीय स्टूडेंट्स के लिए | 100 ₹ |
विदेशी स्टूडेंट्स के लिए | 100 ₹ |
विदेशी पर्यटकों के लिए | 100 ₹ |
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय समग्र प्रवेश टिकट शुल्क (Composite Entry Fees)-
भारतीय पर्यटकों के लिए | 300 ₹ |
भारतीय स्टूडेंट्स के लिए | 40 ₹ |
विदेशी स्टूडेंट्स के लिए | 200 ₹ |
विदेशी पर्यटकों के लिए | 1000 ₹ |
Rajasthan Day – 30 March
World Heritage Day – 18 April
World Museum Day – 18 May
World Tourism Day – 27 September
संग्रहालय एक ऑडियो गाइड भी प्रदान करता है। विदेशी आगंतुकों के लिए यह 171 रुपये और भारतीय आगंतुकों के लिए 114 रुपये है।
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम तक केसे पहुंचे (How to Reach Albert Hall Museum) :-
ट्रेन से अल्बर्ट हॉल म्यूजियम तक केसे पहुंचे :-
अगर आप ट्रेन से जाने की सोच रहे हैं तो आप को बता दे की अल्बर्ट हॉल म्यूजियम के सबसे नजदीक जयपुर रेलवे जंक्शन है जहाँ से अल्बर्ट हॉल म्यूजियम केवल 4-5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रेलवे स्टेशन से आप बस या टेक्सी ले सकते है और म्यूजियम तक पहुंच सकते है।
फ्लाइट से अल्बर्ट हॉल म्यूजियम तक केसे पहुंचे :-
अगर आप हवाई जहाज से जाना चाहते हैं तो सांगानेर हवाई अड्डा अल्बर्ट हॉल म्यूजियम के सबसे नजदीक है जो की अल्बर्ट हॉल म्यूजियम से केवल 30-40 मिनट की दूरी पर स्थित है हवाई अड्डे से आप बस या टेक्सी की मदद से म्यूजियम तक पहुंच सकते है।
सड़क मार्ग से अल्बर्ट हॉल म्यूजियम तक केसे पहुंचे :-
अगर आप सड़क मार्ग के रास्ते से जाना चाहते हैं तो आप खुद के साधन से भी जा सकते हैं यह अल्बर्ट हॉल म्यूजियम सड़क मार्ग के द्वारा सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है और सभी शहरों में चलने वाली सार्वजनिक बसे भी आपको जयपुर शहर या अल्बर्ट हॉल म्यूजियम तक पहुंचा सकती हैं।
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम तक पहुंचने का मेप :-
सवाल जवाब (Question Answer) :-
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम कहां स्थित है?
भारत में राजस्थान के जयपुर जिले में स्थित है।
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम की स्थापना कब हुई?
किले की स्थापना सन 1876 में हुई थी।
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम का निर्माण किसने करवाया?
महाराजा सवाई माधो सिंह द्वितीय ने।
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम प्रेरकों के लिए कितने बजे खुलता और बंद होता है?
यह म्यूजियम सुबह 9.00 बजे से शाम 5.00 बजे तक और शाम 7.00 बजे से रात 10.00 बजे तक खुला रहता है।
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम क्यों फेमस है?
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम शाही वास्तुकला, जटिल चित्र, बेहतरीन वस्तुओं, रत्नों के संग्रह और मिस्र की ममी होने के कारण बेहत फेमस है
सबसे महत्वपूर्ण बाते (Most important topic) :-
दोस्तों की ऐतिहासिक इमारतों महलों और पर्यटक स्थलों पर यात्रा अवधि टिकट के पैसे जैसे छोटी चीजें बदलती रहती है।
यदि अगर आप को इनके बारे में पता है तो आप कमेंट में जरूर लिखें हम आपके द्वारा दी गई जानकारी जल्द ही अपडेट कर देंगे और यदि इस पोस्ट में हमसे कोई गलती हो गई है तो वह जरूर बताएं।
धन्यवाद