महाराष्ट्र के सबसे विशाल प्रतापगढ़ किले का इतिहास
प्रतापगढ़ किले का निर्माण छत्रपति शिवाजी के द्वारा 1656 ईस्वी में करवाया गया और महाराजा छत्रपति शिवाजी ने विजापुर साम्राज्य के कई प्रांतों पर अपना अधिकार जमा लिया था
प्रतापगढ़ किले का निर्माण छत्रपति शिवाजी के द्वारा 1656 ईस्वी में करवाया गया और महाराजा छत्रपति शिवाजी ने विजापुर साम्राज्य के कई प्रांतों पर अपना अधिकार जमा लिया था
राजस्थान के उदयपुर शहर में स्थित यह सज्जनगढ़ पैलेस या मानसून पैलेस लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में से एक है यह पैलेस पिछोला झील के समीप समुंद्र तल से लगभग 944 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है
जलालगढ़ किला हिन्दू और मुस्लिम दोनों की वास्तुशिल्प का एक अनोखा किला है जिस का निर्माण 1722 इस्वी में किया गया था जलालगढ़ किले को सन 1999 में धरोवर के रूप में भी घोषित किया जा चूका है
नीमराना किला को 3 एकड़ की भूमि पर सबसे ऊँचे पहाड़ अरावली पर्वत को काट के बनाया गया है इस किले का निर्माण आज से 555 वर्ष पहले हुआ था इस किले की भव्यता के करण इसे आधुनिक वास्तु शैली के साथ 1986 में एक बेहत सुन्दर हेरिटेज में बदल दिया गया है
खिमसर किले का निर्माण 16 वी शताब्दी में मतलब आज से 500 वर्ष पहले किया गया इस किले का निर्माण राव जोधा के आठवें पुत्र राव करमजी के द्वारा किया गया
जैसलमेर किले को सोनार किला या स्वर्ण किले के नाम से भी जाना जाता है इस किले का निर्माण राजपूत शासक रावल जैसल के द्वारा 1156 इस्वी में करवाया गया जैसलमेर का किला थार मरुस्थल के त्रिकुटा पहड़ी पर स्थित है।
जयपुर से केवल 11 किलोमीटर की दुरी पर स्थित हैइस किले का निर्माण राजा मानसिंह द्वारा लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर पथरो का उपयोग करके करवाया गया थाआमेर किले में कई नायाब विशाल कमरे, सुन्दर परिसर, अनूठी वास्तुशिल्प के मंदिर और सुन्दर महल बने हुआ है
इसका निर्माण मौर्य शासकों के द्वारा 7 वीं शताब्दी में किया गया यह किला पूरे 700 एकड़ की जमीन पर बना हुआ सबसे विशाल किलो में से एक माना जाता है
इस किले का निर्माण लाल बलुआ पथरो से करवाया इस लिए आगरा के किले को ‘Red Fort Agra’ के नाम से भी जाना जाता है इसका निर्माण पुरे 8 साल में 1,444,000 कारीगरों ने किया
गोलकुंडा किले को आर्कियोंलॉजिकल ट्रेजर के स्मारकों की सूची में भी शामिल किया जाता है गोलकोंडा किले में 4 अलग-अलग किले बने हुए हैं यह पूरा गोलकोंडा किला 11 किलोमीटर के एक विशालकाय क्षेत्र में फैला हुआ है।