नमस्कार आपको हमारे Knowledge with ruchi.com blog मैं स्वागत है भारत अपने इतिहास और भूगोल के लिए दुनिया में प्रसिद्ध है भारत में बहुत से किले और महल बने हुए हैं जो कि अपने इतिहास के लिए जाने जाते हैं साथ ही कई ऐसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहरे भी मौजूद है जिन्हें यूनेस्को और नेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है।
आज हम ऐसे ही एक किले के बारे में जानेंगे जिसका नाम है “गागरोन किला”
यदि आप ऐतिहासिक धरोहरों को देखने या उनके बारे में जानने के शौकीन है तो आर्टिकल को शुरू से अंत तक पूरा पढ़ें।
गागरोन किले का इतिहास (Gagron Fort History in Hindi):-
गागरोन किले का निर्माण 12वीं शताब्दी के अंत में महाराज बीजलदेव द्वारा किया गया था। यह रणनीतिक रूप से काली सिंध और आहू नदियों के संगम पर बनाया गया था, जिससे किले के चारों ओर एक प्राकृतिक खाई बन गयी, और जिससे किले की रक्षात्मक क्षमताओं में वृद्धि हुई।
किला शुरू में प्रतिहार राजवंश के नियंत्रण में था, एक राजपूत वंश जिसने उस अवधि के दौरान इस क्षेत्र पर शासन किया था। किले ने बाहरी आक्रमणों से राज्य की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण गढ़ के रूप में कार्य किया।
14 वीं शताब्दी की शुरुआत में, गागरोन किले को एक महत्वपूर्ण खतरे का सामना करना पड़ा, जब दिल्ली सल्तनत के शासक अलाउद्दीन खिलजी ने राजस्थान में अपने साम्राज्य का विस्तार करने की मांग की। किले ने खिलजी सेना द्वारा कई घेराबंदी की, लेकिन अंततः, यह उनके नियंत्रण में आ गया।
खिलजी वंश के बाद, किला मालवा सल्तनत और मुगलों सहित विभिन्न शासकों के हाथों से गुजरा। यह लगातार शासकों के लिए एक महत्वपूर्ण सैन्य चौकी और प्रशासनिक केंद्र बना रहा।
गागरोन किले की वास्तुकला (Architecture of Gagron Fort ):-
गागरोन किला, जिसे गागरोन दुर्ग के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय राज्य राजस्थान के झालावाड़ जिले में स्थित एक मध्यकालीन पहाड़ी किला है। 12वीं शताब्दी में बना यह किला ऐतिहासिक और स्थापत्य महत्व रखता है।
2013 में, गागरोन किले को राजस्थान के पहाड़ी किलों के तहत यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में अंकित किया गया था। इसे इसकी असाधारण वास्तुकला, रणनीतिक स्थान और क्षेत्र के इतिहास में इसकी भूमिका के लिए मान्यता दी गई थी।
किला राजपूत और इस्लामी स्थापत्य शैली का एक अनूठा मिश्रण दिखाता है। इसमें कई महल, मंदिर, जल जलाशय और रक्षात्मक संरचनाएं शामिल हैं। मुख्य प्रवेश द्वार, जिसे हाथी पोल (हाथी द्वार) के रूप में जाना जाता है, जटिल नक्काशी के साथ एक प्रभावशाली संरचना है।
किला सांस्कृतिक महत्व भी रखता है क्योंकि यह कई लोक कथाओं और ऐतिहासिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। किले में गागरोन महोत्सव नामक एक वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन भी होता है, जो राजस्थान की जीवंत परंपराओं, संगीत और नृत्य रूपों को प्रदर्शित करता है।
गागरोन किले में जल संरक्षण (Water Conservation in Gagron Fort):-
इस गागरोन किले की उल्लेखनीय विशेषताओं में से एक इसकी कुशल जल प्रबंधन प्रणाली है। किले में कई सीढ़ीदार कुएँ और टैंक हैं जिनका उपयोग वर्षा जल को संग्रहित करने के लिए किया जाता था, जिससे शांतिपूर्ण समय और घेराबंदी दोनों के दौरान निरंतर जल आपूर्ति होती थी।
गागरोन किले के आसपास पर्यटक स्थल (Tourist Place Around of Gagron Fort):-
अगर आप गागरोन किला घुमने का प्लान बना रहे है तो आप को बता दे की राजस्थान के झालावाड़ शहर में गागरोन किले के अलावा भी कई प्रसिद लोकप्रिय पर्यटक स्थल है जो गागरोन किले के नजदीक ही स्थित है जो बेहत ही प्रसिद्ध भी माने जाते है जहाँ आप को राजस्थान की यात्रा के दोरान अवश्य जाना चाहिए।
- आनंद धाम झालरापाटन
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- गागरोन किला
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गागरोन किला घूमने का सही समय, खुलने का समय और प्रवेश शुल्क :-
घूमने का सही समय :–
अगर आप गागरोन किला घूमने जाने का विचार बना रहे हैं तो हम आपको बता दें कि वैसे तो साल में आप कभी भी जा सकते हैं ,लेकिन अप्रैल से जून तक के महीने में ना जाए क्योंकि इन महीनों में राजस्थान में गर्मी बहुत पड़ती है और तापमान अधिक डिग्री तक पहुँच जाता है इसलिए आप सितम्बर से लेकर मार्च तक के महीनों में वहां घूमने जा सकते हैं इस समय मौसम ठंडा रहता है और गागरोन किला बेहत खुबसूरत लगता है।
खुलने का समय :-
गागरोन किला सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम को 5:00 बजे तक खुला रहता है।
प्रवेश शुल्क :-
प्रति व्यक्ति के लिए | 50 ₹ |
गागरोन किले तक केसे पहुंचे (How to Reach Gagron Fort) :-
ट्रेन से गागरोन किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप ट्रेन से जाने की सोच रहे हैं तो आप को बता दे की गागरोन किले के सबसे नजदीक रामगंज मंडी रेलवे स्टेशन है जो झालावाड़ से लगभग 26 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रेलवे स्टेशन से आप बस या टेक्सी ले सकते है और गागरोन किले तक पहुंच सकते है।
फ्लाइट से गागरोन किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप हवाई जहाज से जाना चाहते हैं तो कोटा में स्थित हवाई अड्डा गागरोन किले के सबसे नजदीक है जो की झालावाड़ से केवल 82 किमी दुरी पर स्थित हैं। हवाई अड्डे से आप बस या टेक्सी की मदद से गागरोन किले तक पहुंच सकते है।
सड़क मार्ग से गागरोन किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप सड़क मार्ग के रास्ते से जाना चाहते हैं तो आप खुद के साधन से भी जा सकते हैं यह गागरोन किला सड़क मार्ग के द्वारा सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है और सभी शहरों में चलने वाली सार्वजनिक बसे भी आपको झालावाड़ जिले या गागरोन किले तक पहुंचा सकती हैं।
गागरोन किले तक पहुंचने का मेप :-
सवाल जवाब (Question Answer) :-
गागरोन किला कहां स्थित है?
राजस्थान के झालावाड़ जिले में स्थित है।
गागरोन किले की स्थापना कब हुई?
किले का निर्माण 12वीं शताब्दी में हुआ
गागरोन किले का निर्माण किसने करवाया?
महाराज बीजलदेव ने।
गागरोन किला प्रेरकों के लिए कितने बजे खुलता और बंद होता है?
किला सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम को 5:00 बजे तक खुला रहता है।
गागरोन किला क्यों फेमस है?
यह किला अपनी आकर्षक वास्तुकला, रणनीतिक स्थान और क्षेत्र के इतिहास के कारण काफी फेमस माना जाता है
सबसे महत्वपूर्ण बाते (Most important topic) :-
दोस्तों की ऐतिहासिक इमारतों महलों और पर्यटक स्थलों पर यात्रा अवधि टिकट के पैसे जैसे छोटी चीजें बदलती रहती है।
यदि अगर आप को इनके बारे में पता है तो आप कमेंट में जरूर लिखें हम आपके द्वारा दी गई जानकारी जल्द ही अपडेट कर देंगे और यदि इस पोस्ट में हमसे कोई गलती हो गई है तो वह जरूर बताएं।
धन्यवाद