नमस्कार आपको हमारे Knowledge with ruchi.com blog मैं स्वागत है भारत अपने इतिहास और भूगोल के लिए दुनिया में प्रसिद्ध है भारत में बहुत से किले और महल बने हुए हैं जो कि अपने इतिहास के लिए जाने जाते हैं साथ ही कई ऐसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहरे भी मौजूद है जिन्हें यूनेस्को और नेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है।
आज हम ऐसे ही एक किले के बारे में जानेंगे जिसका नाम है “जालौर किला”
यदि आप ऐतिहासिक धरोहरों को देखने या उनके बारे में जानने के शौकीन है तो आर्टिकल को शुरू से अंत तक पूरा पढ़ें।
जालौर किले का इतिहास (Jalore Fort History in Hindi):-
जालौर किले का निर्माण कब हुआ यह आज तक अज्ञात हैं। लोगों का यह कहना हैं कि इस किले का निर्माण लगभग 8 वी –10 वी शताब्दी के मध्य में हुआ हुआ था 10 शताब्दी में जालौर शहर पर परमार राजपूतों द्वारा शासन किया गया था।
सन् 1311 में अलाउद्दीन खिलजी द्वारा इस किले पर आक्रमण किया था, और इसे नष्ट कर खंडहर में बदल दिया गया था। अब इस किले का खंडहर पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र हैं।
जालौर किले की वास्तुकला (Architecture of Jalore Fort ):-
जालौर का किला, जिसे जालोर दुर्ग या सोनागिरी के नाम से भी जाना जाता है, भारत के राजस्थान राज्य के जालोर शहर में स्थित एक ऐतिहासिक किला है। जालोर का किला जालोर शहर में “जालोर हिल” नामक एक खड़ी ग्रेनाइट पहाड़ी पर स्थित है।
जो जोधपुर से लगभग 140 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में है। जालौर का किला विभिन्न शासकों से प्रभावित स्थापत्य शैली का मिश्रण दिखाता है किले का निर्माण मुख्य रूप से ग्रेनाइट पत्थरों से किया गया है और इसमें विशाल दीवारें, और द्वार हैं।
जालौर का किला न केवल एक ऐतिहासिक स्मारक है बल्कि सांस्कृतिक महत्व भी रखता है। यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और विशेष रूप से होली और दिवाली जैसे त्योहारों के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मेजबानी करता है।
किला कई राजपूत योद्धाओं की बहादुरी और वीरता का गवाह है और उनकी समृद्ध विरासत का प्रतीक है।
जालोर किले का दौरा राजस्थान की वास्तुकला की भव्यता, ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक समृद्धि का पता लगाने का अवसर प्रदान करता है।
जालौर किले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल (Famous tourist place of Jalore Fort):-
सीर मंदिर-
यह भगवान शिव को समर्पित मंदिर है और किले के परिसर में स्थित है। यह बेहत ही प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है।
मलिक शाह की मस्जिद-
अलाउद्दीन खिलजी के शासनकाल के दौरान निर्मित, यह मस्जिद जटिल नक्काशी और स्तंभों के साथ एक प्रभावशाली वास्तुशिल्प संरचना है।
पैलेस कॉम्प्लेक्स-
किले में कई महल और इमारतें हैं जो कभी शासक परिवारों के निवास स्थान हुआ करते थे। इनमें रानी महल (रानी का महल) और फूल महल (फूलों का महल) शामिल हैं।
दीपक महल-
इसे रोशनी के महल के रूप में भी जाना जाता है, यह महल अपने सुंदर भित्तिचित्रों और उत्तम शीशे के काम के लिए प्रसिद्ध है।
जालौर किले के रोचक तथ्य (Intresting Facts of Jalore Fort):-
- इस किले का मुख्य आकर्षण अलाउद्दीन खिलजी द्वारा निर्मित “रिहायशी महल”है।
- इस किले के परिसर में अपको कई हिंदू मंदिर ,जैन मन्दिर तथा मस्जिद देखने को मिलती हैं।
- जब अलाउद्दीन खिलजी द्वारा इस महल पर हमला हुआ था उस समय युद्ध में कई राजपूत सैनिक शहीद हुए थे जिसके बाद उन सभी शहीद सैनिकों की पत्नियों ने जलती हुई आग के तालाब में कूदकर खुद को जला दिया।
- बता दे की उस समय सर्वोच्च बलिदान की परंपरा हुआ करती थी, जिसे जौहर के नाम से जाना जाता हैं।
जालौर किले के आसपास पर्यटक स्थल (Tourist Place Around of Jalore Fort):-
अगर आप जालौर किला घुमने का प्लान बना रहे है तो आप को बता दे की राजस्थान के जालौर शहर में जालौर किले के अलावा भी कई प्रसिद लोकप्रिय पर्यटक स्थल है जो जालौर किले के नजदीक ही स्थित है जो बेहत ही प्रसिद्ध भी माने जाते है जहाँ आप को राजस्थान की यात्रा के दोरान अवश्य जाना चाहिए।
- तोपखाना
- सराय मंदिर
- मालिक शाह मस्जिद
- जालौर किला
- सुधा माता मंदिर
- नीलकंठ महादेव मंदिर
- जालौर वन्यजीव अभयारण्य
- सुंदरदेव तालाब जालौर
- श्री मरुधर पार्श्वनाथ मंदिर
- श्री कैलाश धाम
- श्री धुंधलेश्वर महादेव मंदिर
- श्री सुरेश्वर महादेव मंदिर
- कटकेश्वर महादेव मंदिर
- कानीवाड़ा हनुमान मंदिर
- श्री क्षेमंकरी माता मंदिर
- जिनालय जैन मंदिर
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जालौर किला घूमने का सही समय, खुलने का समय और प्रवेश शुल्क :-
घूमने का सही समय :–
अगर आप जालौर किला घूमने जाने का विचार बना रहे हैं तो हम आपको बता दें कि वैसे तो साल में आप कभी भी जा सकते हैं ,लेकिन अप्रैल से जून तक के महीने में ना जाए क्योंकि इन महीनों में राजस्थान में गर्मी बहुत पड़ती है और तापमान अधिक डिग्री तक पहुँच जाता है इसलिए आप सितम्बर से लेकर मार्च तक के महीनों में वहां घूमने जा सकते हैं इस समय मौसम ठंडा रहता है और जालौर किला बेहत खुबसूरत लगता है।
खुलने का समय :-
जालौर किला सुबह 5:00 बजे से लेकर शाम को 5:00 बजे तक खुला रहता है।
प्रवेश शुल्क :-
इस जालौर किले में घूमने के लिए कोई भी प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता आप बिना प्रवेश शुल्क दिए किले में आराम से घूम सकते हैं।
जालौर किले तक केसे पहुंचे (How to Reach Jalore Fort) :-
ट्रेन से जालौर किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप ट्रेन से जाने की सोच रहे हैं तो आप को बता दे की जालौर किले के सबसे अधिक पास जालौर रेलवे स्टेशन है , यह उत्तर पश्चिम रेलवे लाइन पर पड़ता हैं। स्टेशन पहुंचकर यहां से आप कैब या टैक्सी कर कर जालौर किले तक पहुंच सकते हैं।
फ्लाइट से जालौर किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप हवाई जहाज से जाना चाहते हैं तो जोधपुर हवाई अड्डा जालौर किले के सबसे नजदीक है जो की जालौर किले से केवल 137 किमी दुरी पर स्थित है ,हवाई अड्डे से आप बस या टेक्सी की मदद से जालौर किले तक पहुंच सकते है।
सड़क मार्ग से जालौर किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप सड़क मार्ग के रास्ते से जाना चाहते हैं तो आप खुद के साधन से भी जा सकते हैं यह जालौर किला सड़क मार्ग के द्वारा सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है और सभी शहरों में चलने वाली सार्वजनिक बसे भी आपको जालौर जिले या जालौर किले तक पहुंचा सकती हैं।
जालौर किले तक पहुंचने का मेप :-
सवाल जवाब (Question Answer) :-
जालौर किला कहां स्थित है?
राजस्थान के जालौर शहर में स्थित है।
जालौर किले की स्थापना कब हुई?
किले का निर्माण लगभग 8 वी –10 वी शताब्दी के बीच में हुआ था।
जालौर किला प्रेरकों के लिए कितने बजे खुलता और बंद होता है?
किला सुबह 5:00 बजे से लेकर शाम को 5:00 बजे तक खुला रहता है।
जालौर किला क्यों फेमस है?
यह किला अपनी वास्तुकला की भव्यता, ऐतिहासिक महत्व, सांस्कृतिक और वीरता के कारण काफी फेमस माना जाता है।
सबसे महत्वपूर्ण बाते (Most important topic) :-
दोस्तों की ऐतिहासिक इमारतों महलों और पर्यटक स्थलों पर यात्रा अवधि टिकट के पैसे जैसे छोटी चीजें बदलती रहती है।
यदि अगर आप को इनके बारे में पता है तो आप कमेंट में जरूर लिखें हम आपके द्वारा दी गई जानकारी जल्द ही अपडेट कर देंगे और यदि इस पोस्ट में हमसे कोई गलती हो गई है तो वह जरूर बताएं।
धन्यवाद