नमस्कार आपका हमारे Knowledge with ruchi.com blog मैं स्वागत है भारत अपने इतिहास और भूगोल के लिए दुनिया में प्रसिद्ध है भारत में बहुत से किले और महल बने हुए हैं जो कि अपने इतिहास के लिए जाने जाते हैं साथ ही कई प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहरे भी मौजूद है जिन्हें यूनेस्को और नेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है।
आज हम ऐसे ही एक पैलेस के बारे में जानेंगे जिसका नाम है “लक्ष्मी विलास पैलेस ”
यदि आप ऐतिहासिक धरोहरों को देखने या उनके बारे में जानने के शौकीन है तो आर्टिकल को शुरू से अंत तक पूरा पढ़ें।
लक्ष्मी विलास पैलेस का इतिहास (History of Laxmi Vilas Palace):-
लक्ष्मी विलास पैलेस का निर्माण महाराजा सयाजीराव गयकवाड के द्वारा सन 1890 में करवाया गया इस पैलेस के निर्माण को पूरा होने में करीब 12 साल लगे, पैलेस के निर्माण के लिए सबसे प्रसिद्ध वास्तुकार चार्ल्स मेंट और आरएफ चिसोल्म को बुलाया गया
इस पैलेस के निर्माण में लगभग 1,80,000 की लागत लगी, लक्ष्मी विलास पैलेस लंदन में स्थित बकिंघम पैलेस से भी बड़ा पैलेस माना जाता है। इस पैलेस में कई विशाल कमरे, स्तंभ, मेहराब, सुन्दर महल, किले समाए हुए हैं और महाराजा फतेह सिंह संग्रहालय भी मौजूद है
लक्ष्मी विलास पैलेस की वास्तुकला (Architecture of Laxmi Vilas Palace):-
लक्ष्मी विलास पैलेस राजस्थान के गुजरात शहर में वडोदरा में स्थित है जो कि लगभग 700 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है लक्ष्मी विलास पैलेस इस्लामिक, यूरोपीय और इंडो-सारासेनिक वास्तुकला का बना एक अनूठा मिश्रण है
जो भारत के सभी प्रसिद्ध महलों में से एक माना जाता है इस पैलेस का निर्माण वास्तुकार चार्ल्स मेंट, आरएफ चिसोल्म के द्वारा किया गया, इस पैलेस में लगभग 170 कमरे मौजूद है
लक्ष्मी विलास पैलेस को दो भागों में बनाया गया था एक भाग महाराजा और दूसरा भाग महारानीयों के लिए बनाया गया, इस पैलेस का प्रवेश द्वार, खिड़कियां, दरबार हॉल, परिसर विनीशियन झूमर, सुंदर ग्लास और अद्भुत कलाकृतियों से सुसज्जित है
साथ ही पैलेस में एक विशाल संग्रहालय मौजूद है जो प्रसिद संग्रहालयों में से एक माना जाता है जिसमें महाराजाओं के द्वारा युद्ध में इस्तेमाल किए जाने वाले हथियार, उनके वस्त्र और प्राचीन वस्तुओं का संग्रह है
साथ ही पैलेस के परिसर में मोती बाग पैलेस, प्रताप विलास पैलेस, महाराजा फतेह सिंह संग्रहालय और मकरपुरा पैलेस भी देखने को मिलेगे, इतना ही नहीं लक्ष्मी विलास पैलेस में विशाल उद्यान और आकर्षक फव्वारे भी मौजूद है इस पैलेस का निर्माण सभी आधुनिक चीजों को ध्यान में रखते हुए किया गया था
लक्ष्मी विलास पैलेस के अंदर महाराजा फतेह सिंह संग्रहालय (Maharaja Fateh Singh Museum Inside Laxmi Vilas Palace):-
जैसा कि हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि महाराजा फतेह सिंह संग्रहालय लक्ष्मी विलास पैलेस के अंदर है यह संग्रहालय राजस्थान के प्रसिद्ध संग्रहालय में से एक है इस संग्रहालय में कई ऐतिहासिक, प्राचीन और महान कारीगरों से जुड़ी भारतीय और विदेशी मूर्तियों का समावेश है
इतना ही नहीं, इस संग्रहालय में महाराजा सयाजीराव गायकवाड तृतीय और उनके परिवार से जुड़ी संबंधित कलाकृतियों को भी प्रदर्शित किया गया है साथ ही इस संग्रहालय में जापानी और चीनी मूर्तियों का समावेश भी है
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लक्ष्मी विलास पैलेस घुमने का सही समय, खुलने का समय और प्रवेश शुल्क :-
घुमने का सही समय –
अगर आप लक्ष्मी विलास पैलेस घूमने जाने का विचार बना रहे हैं तो हम आपको बता दें कि वैसे तो साल में आप कभी भी जा सकते हैं लेकिन अप्रैल से जून तक के महीने में ना जाए क्योंकि इन महीनों में गर्मी बहुत पड़ती है और तापमान अधिक डिग्री तक पहुँच जाता है इसलिए आप सितम्बर से लेकर मार्च तक के महीनों में वहां घूमने जा सकते हैं इस समय मौसम ठंडा रहता है और लक्ष्मी विलास पैलेस बेहत खुबसूरत लगता है। और इस समय आप लक्ष्मी विलास पैलेस के अलावा भी गुजरात के ओर भी प्रसिद स्थल घूम सकते है
खुलने का समय :-
लक्ष्मी विलास पैलेस सुबह 9:30 बजे से लेकर शाम को 5:00 बजे तक खुला रहता है। सोमवार को पैलेस बंध रहता है
प्रवेश शुल्क :-
लक्ष्मी विलास पैलेस का | 150 ₹ |
महाराजा फतेह सिंह संग्रहालय का | 60 ₹ |
लक्ष्मी विलास पैलेस तक केसे पहुंचे (How to reach Laxmi Vilas Palace) :-
ट्रेन से लक्ष्मी विलास पैलेस तक केसे पहुंचे :-
अगर आप ट्रेन से जाने की सोच रहे हैं तो आप को बता दे की लक्ष्मी विलास पैलेस के सबसे नजदीक वडोदरा जंक्शन रेलवे स्टेशन है और ये भारत के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशन से भी जुड़ा हुआ है रलवे स्टेशन से आप बस या टेक्सी ले सकते है और पैलेस तक पहुच सकते है।
फ्लाइट से लक्ष्मी विलास पैलेस तक केसे पहुंचे :-
अगर आप हवाई जहाज से जाना चाहते हैं तो वडोदरा का हवाई अड्डा लक्ष्मी विलास पैलेस के सबसे नजदीक है ये हवाई अड्डा भारत के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है और अहमदाबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी इसके पास स्थित है जो 100 किमी दूर पर स्थित है। हवाई अड्डे से आप बस या टेक्सी की मदद से पैलेस तक पहुंच सकते है।
सड़क मार्ग से लक्ष्मी विलास पैलेस तक केसे पहुंचे :-
अगर आप सड़क मार्ग के रास्ते से जाना चाहते हैं तो आप खुद के साधन से भी जा सकते हैं यह वडोदरा शहर सड़क मार्ग के द्वारा सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है और सभी शहरों में चलने वाली सार्वजनिक बसे भी आपको वडोदरा शहर या लक्ष्मी विलास पैलेस तक पहुंचा सकती हैं।
लक्ष्मी विलास पैलेस तक पहुंचने का मेप :-
सवाल जवाब (Question Answer) :-
लक्ष्मी विलास पैलेस कहां स्थित है?
राजस्थान के गुजरात शहर में वडोदरा में स्थित है
लक्ष्मी विलास पैलेस का निर्माण किसने किया?
महाराजा सयाजीराव गयकवाड ने
लक्ष्मी विलास पैलेस की स्थापना कब हुई?
लक्ष्मी विलास पैलेस की स्थापना सन 1890 में हुई।
लक्ष्मी विलास पैलेस प्रेरकों के लिए कितने बजे खुलता और बंद होता है?
लक्ष्मी विलास पैलेस सुबह 9:30 बजे से लेकर शाम को 5:00 बजे तक खुला रहता है।
लक्ष्मी विलास पैलेस क्यों फेमस है?
लक्ष्मी निवास पैलेस अपनी अनोखी वास्तु कला और पैलेस के अंदर महाराजा फतेह सिंह संग्रहालय के कारण बेहद फेमस है साथ ही भारत में सबसे विशाल पैलेस होने के कारण भी काफी फेमस है
सबसे महत्वपूर्ण बाते (Most important topic) :-
दोस्तों की ऐतिहासिक इमारतों महलों और पर्यटक स्थलों पर यात्रा अवधि टिकट के पैसे जैसे छोटी चीजें बदलती रहती है।
यदि अगर आप को इनके बारे में पता है तो आप कमेंट में जरूर लिखें हम आपके द्वारा दी गई जानकारी जल्द ही अपडेट कर देंगे और यदि इस पोस्ट में हमसे कोई गलती हो गई है तो वह जरूर बताएं।
धन्यवाद