नमस्कार! आपका हमारे Knowledge With Ruchi Blog में स्वागत है भारत अपने इतिहास और भूगोल के लिए दुनिया में प्रसिद्ध है। भारत में बहुत से किले और महल बने हुए हैं, जो अपने इतिहास के लिए प्रसिद्ध हैं, साथ ही कई प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहरे भी मौजूद है, जिन्हें यूनेस्को और नेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है।
आज हम ऐसे ही एक किले के बारे में जानेंगे जिसका नाम है “मुरुद जंजीरा किला”।
यदि आप ऐतिहासिक धरोहरों को देखने या उनके बारे में जानने के शौकीन है तो आर्टिकल को शुरू से अंत तक पूरा पढ़ें।
मुरुद जंजीरा किले का इतिहास (Murud-Janjira Fort History) :-
इस किले की स्थापना बहुत ही पुरानी मानी जाती है, इसका निर्माण 15वीं सदी के अंत और 16वीं सदी की शुरुआत में हुआ था। इसके निर्माण में 22 साल लगे थे मुरुद-जंजीरा किला सिद्दियों द्वारा बनावाया गया था, जो की भारत में बसे एबिसिनियन (इथियोपियाई) वंशज थे।
जिन्होंने कई शताब्दियों तक महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों पर शासन किया। यह सिद्दिया नौसैनिक युद्ध में कुशल थे। और ये किला सिद्दियों के लिए गढ़ के रूप में कार्य करता था
जंजीरा किले का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि पुर्तगाली, मराठा और ब्रिटिश सहित जेसे विभिन्न शासकों द्वारा इस किले पर कब्जा करने के कई प्रयासों भी विफल रहे। इसलिए इसे ‘अजेय किला‘ भी कहा जाता है।
मुरुद जंजीरा किले की वास्तुकला :-
मुरुद-जंजीरा किला एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल है, जो अपने ऐतिहासिक महत्व और वास्तुशिल्प चमत्कार के साथ आगंतुकों को आकर्षित करता है। मुरुद-जंजीरा किले का इतिहास (Murud-Janjira Fort History) जितना पुराना है उतनी अनोखी इसकी वास्तुकला है
यह किला एक शानदार समुद्री किला है, जो भारत में महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में मुरुद के तटीय गाँव के पास एक द्वीप पर स्थित है। किले की वास्तुकला भारतीय और इस्लामी शैलियों का मिश्रण है, जो दोनों संस्कृतियों को दर्शाती है।
यह किला अरब सागर में समुद्र तल से 90 फिट की ऊंचाई पर बना हुआ है, और यह 22 एकड़ में फैला हुआ है और 40 फीट ऊंची दीवारों से घिरा है विशाल दीवारों के साथ ही इस किले में एक मस्जिद और एक मीठे पानी का कुआं भी शामिल है।
किले में 22 बुर्ज या सुरक्षा चौकिया भी है, जिन पर तोपो को भी देखा जा सकता है इनमें देश की सबसे बड़ी तोप कलाल बांगड़ी भी शामिल है। मुरुद जंजीरा किले का दरवाजा दीवार की आड़ में बनाया गया है जिस कारण किले से कुछ दूर जाने पर दरवाजा दिखाई नहीं देता, किले के अजय रहने का एक कारण यह भी माना जाता है।
मुरुद जंजीरा किले के मीठे पानी का रहस्य :-
मुरुद जंजीरा किला जो की अरब सागर के खारे पानी के बीच होने के बावजूद किले में मीठे पानी की एक झील है, जहां मीठा पानी आता है, यह अभी भी रहस्यमय बना हुआ है क्योंकि यह मीठा पानी कहां से आता है इसका पता आज तक नहीं चल पाया है। मुरुद-जंजीरा किले (Murud-Janjira Fort History) के इतिहास से ही इस मीठे पानी का रहस्य चला आ रहा है
मुरुद-जंजीरा किले के आसपास पर्यटक स्थल :-
अगर आप मुरुद-जंजीरा किला घूमने का प्लान बना रहे है तो आप को बता दे की महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में मुरुद जंजीरा किले के अलावा भी कई प्रसिद लोकप्रिय पर्यटक स्थल है जो किले के नजदीक ही स्थित है जो बेहत ही प्रसिद भी माने जाते है जहाँ आप को रायगढ़ की यात्रा के दोरान अवश्य जाना चाहिए।
- टकमक टोक बिंदु रायगढ़ किला
- गंगा सागर झील
- जीजा माता पैलेस
- रायगढ़ संग्रहालय
- जगदीश्वर मंदिर रायगढ़
- महाड रायगढ़ किला
- रायगढ़ किला
- रायगढ़ में राजभवन
- मधे घाट वॉटरफॉल
- क्वीन पैलेस रायगढ़ (Queen’s Palace)
- दिवेआगर बीच
- तोरणा किले
- सिंहगढ़ किला
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नागौर किले में घूमने की सम्पूर्ण जानकारी-
मुरुद- जंजीरा किले में घूमने का सही समय, खुलने का समय और प्रवेश शुल्क :-
घूमने का सही समय –
अगर आप मुरुद -जंजीरा किला घूमने जाने का विचार बना रहे हैं तो हम आपको बता दें कि वैसे तो साल में आप कभी भी जा सकते हैं लेकिन अप्रैल से जून तक के महीने में ना जाए क्योंकि इन महीनों में तापमान अधिक डिग्री तक पहुँच जाता है । इसलिए आप अक्टूबर से लेकर फरवरी तक के सर्दियों के महीनों में वहां घूमने जा सकते हैं। इस समय मौसम ठंडा रहता है और मुरुद- जंजीरा किला बेहद खुबसूरत लगता है।
खुलने का समय :-
मुरुद-जंजीरा किला सुबह 7:00 बजे से लेकर शाम को 6:00 बजे तक खुला रहता है।
प्रवेश शुल्क :-
किले में प्रवेश करने के लिए कोई भी शुल्क नहीं लगता आप निशुल्क ही किले में भ्रमण कर सकते हैं लेकिन समुद्र तट के किनारे वाहन पार्क करने के लिए और नाव से किले तक पहुंचाने के लिए शुल्क देना पड़ता है
पार्किंग शुल्क 30 रुपये है और टिकट की कीमत नावों के आधार पर 20-50 रुपये के बीच में है।
मुरुद-जंजीरा किले तक केसे पहुंचे :-
ट्रेन से मुरुद-जंजीरा किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप ट्रेन से जाने की सोच रहे हैं तो आप को बता दे, की किले के सबसे नजदीक वीर रेलवे स्टेशन है जो पुणे और मुंबई रेलवे लाइन पर स्थित है रेलवे स्टेशन से आप बस या टेक्सी ले सकते है और किले तक पहुच सकते है।
फ्लाइट से मुरुद-जंजीरा किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप हवाई जहाज से जाना चाहते हैं तो बता दे की मुंबई शहर में स्थित शिवाजी इंटरनेशनल हवाई अड्डा मुरुद-जंजीरा किले के सबसे नजदीक है जो केवल किले से 88 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है और भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है हवाई अड्डे से आप बस या टेक्सी की मदद से किले तक पहुंच सकते है।
सड़क मार्ग से मुरुद-जंजीरा किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप सड़क मार्ग के रास्ते से जाना चाहते हैं तो आप खुद के साधन से भी जा सकते हैं यह महाराष्ट्र का रायगढ़ शहर सड़क मार्ग के द्वारा सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है और सभी शहरों में चलने वाली सार्वजनिक बसे भी आपको रायगढ़ शहर या मुरुद-जंजीरा किले तक पहुंचा सकती हैं।
मुरुद-जंजीरा किले तक पहुंचने का मेप :-
सवाल जवाब (Question Answer) :-
मुरुद-जंजीरा किला कहां स्थित है?
भारत के महाराष्ट्र राज्य के रायगढ़ जिले में मुरुद के तटीय गाँव के पास एक द्वीप पर स्थित है।
मुरुद-जंजीरा किले की स्थापना कब हुई?
किले का निर्माण 15वीं सदी के अंत और 16वीं सदी की शुरुआत शताब्दी में हुआ था।
मुरुद-जंजीरा किले का निर्माण किसने करवाया?
यह किला सिद्दियों द्वारा बनावाया गया था, जो की भारत में बसे एबिसिनियन (इथियोपियाई) वंशज थे।
मुरुद-जंजीरा किला प्रेरकों के लिए कितने बजे खुलता और बंद होता है?
यह किला सुबह 7:00 बजे से लेकर शाम को 6:00 बजे तक खुला रहता है।
मुरुद-जंजीरा किला क्यों फेमस है?
यह किला अपनी विशिष्ट वास्तुकला, और रहस्यमय मीठे पानी की झील के साथ ही किले में देश की सबसे बड़ी तोप कलाल बांगड़ी शामिल होने के कारण भी काफी फेमस है, साथ ही अरब सागर के बीचो-बीच बने होने के कारण भी यह किला पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है।
सबसे महत्वपूर्ण बाते (Most important topic) :-
दोस्तों की ऐतिहासिक इमारतों महलों और पर्यटक स्थलों पर यात्रा अवधि टिकट के पैसे जैसे छोटी चीजें बदलती रहती है।
यदि अगर आप को इनके बारे में पता है तो आप कमेंट में जरूर लिखें हम आपके द्वारा दी गई जानकारी जल्द ही अपडेट कर देंगे और यदि इस पोस्ट में हमसे कोई गलती हो गई है तो वह जरूर बताएं।
धन्यवाद