उदयपुर के सिटी पैलेस का इतिहास और घूमने की जानकारी
सिटी पैलेस राजस्थान के उदयपुर जिले में एक पिछोला झील के किनारे पर स्थित है इस महल की लंबाई लगभग 244 मीटर और चौड़ाई 30. 4 मीटर है सिटी पैलेस बेहद ही खास ग्रेनाइट और संगमरमर से निर्मित है
सिटी पैलेस राजस्थान के उदयपुर जिले में एक पिछोला झील के किनारे पर स्थित है इस महल की लंबाई लगभग 244 मीटर और चौड़ाई 30. 4 मीटर है सिटी पैलेस बेहद ही खास ग्रेनाइट और संगमरमर से निर्मित है
जयपुर में जंतर मंतर वेधशाला में 14 प्रमुख उपकरण हैं जो सौर मंडल की गतिविधियों को समझने में सहायता करते हैं, जैसे कि ग्रहण की भविष्यवाणी करना और किसी तारे की गति और स्थिति का निर्धारण करना।
हवा महल का निर्माण महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने 1799 में करवाया था। राजस्थान के झुंजूनू में महाराजा भूपाल सिंह द्वारा बनवाए हुए खेतड़ी महल से प्रभावित होकर महाराजा प्रताप सिंह ने हवा महल का निर्माण करवाया था।
गजनेर पैलेस राजस्थान के बीकानेर जिले मे स्थित हैं। गजनेर पैलेस का निर्माण महाराजा गंगा सिंह ने करवाया था। ब्रिटिश काल के दौरान इस महल को एक लॉज के रूप मे इस्तेमाल किया जाता था।
पैलेस का निर्माण राजा राव रतन सिंह हाड़ा ने करवाया था। 1607 से 1631 ईसवी के मध्य इसकी स्थापना हुई थी। इस महल में स्थित फूल महल, छत्र महल तथा बादल महल पैलेस का भव्य स्थान है, जो देखने लायक है।
डीग पैलेस का निर्माण महाराजा बदन सिंह ने सिंहासन प्राप्त करने के पश्चात 1721 ईस्वी में करवाया, लेकिन आगरा के निकट होने के कारण डीग पैलेस पर कई आक्रमण हुए इन आक्रमणों से बचाव के लिए महाराजा बदन सिंह के बेटे राजकुमार सूरजमल ने पैलेस के चारों ओर किलो का निर्माण 1730 ईस्वी में करवाया।
1970 में महल के एक हिस्से को एक होटल में बदल दिया गया जिसमें 70 अतिथि कमरे हैं और इसमें महाराजा और महारानी सूट भी शामिल हैं।
रामबाग पैलेस का निर्माण जयपुर के महाराजा ने अपनी रानी की पसंदीदा दासी केसर वरदान के लिए 1835 में करवाया था। जिसमे 1935 में नवीनीकरण करवा कर एक महल में बदलवा दिया गया था।
प्राचीन समय में यह बैंगलोर पैलेस की जगह रेवरेंड जे गैरेट की थी जोकि एक स्कूल के प्रिंसिपल थे, परंतु 40,000 में इस जमीन को महाराजा चमरजेंद्र वाडियार ने खरीद लिया
लक्ष्मी विलास पैलेस का निर्माण महाराजा सयाजीराव गयकवाड के द्वारा सन 1890 में करवाया गया इस पैलेस के निर्माण को पूरा होने में करीब 12 साल लगे, पैलेस के निर्माण के लिए सबसे प्रसिद्ध वास्तुकार चार्ल्स मेंट और आरएफ चिसोल्म को बुलाया गया