नमस्कार आपका हमारे Knowledge with ruchi.com blog मैं स्वागत है भारत अपने इतिहास और भूगोल के लिए दुनिया में प्रसिद्ध है भारत में बहुत से किले और महल बने हुए हैं जो कि अपने इतिहास के लिए जाने जाते हैं साथ ही कई प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहरे भी मौजूद है जिन्हें यूनेस्को और नेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है।
आज हम ऐसे ही एक किले के बारे में जानेंगे जिसका नाम है “ रोहतास किला ”
यदि आप ऐतिहासिक धरोहरों को देखने या उनके बारे में जानने के शौकीन है तो आर्टिकल को शुरू से अंत तक पूरा पढ़ें।
रोहतास किले का इतिहास (Rohtas Fort History in Hindi):-
रोहतास किले का इतिहास बहुत ही रोचक और अस्पष्ट माना जाता है रोहतास किले का निर्माण राजा हरिश्चंद्र के पुत्र रोहतास ने 7 वीं शताब्दी में करवाया था उसके पश्चात यह किला महाराजा पृथ्वीराज चौहान ने हासिल कर लिया
हालांकि, इस किले को महत्व तब मिली, जब सन 1539 में महाराजा शेर शाह सूरी ने इसे एक हिंदू राजा से युद्ध में जीत लिया। शेर शाह सूरी के अपने शासनकाल में यहां 10,000 सैनिक तैनात थे।
लेकिन अंग्रेजों ने रोहतास किले पर बक्सार की लड़ाई के बाद अपना कब्जा जमा लिया, और किले के अधिकतम भाग को क्षतिग्रस्त कर दिया
परंतु इस किले में अभी भी कई सुंदर हिंदू, मुस्लिम की इमारतें, महल बने हुए हैं जो कि बेहद ही सुंदर और अद्भुत है
रोहतास किले की वास्तुकला (Architecture of Rohtas Fort):-
रोहतास किला बिहार के रोहतास जिले में प्रसिद्ध कैमूर पहाड़ी के ऊपरी हिस्से में स्थित है इस किले की वास्तुकला बेहद ही खास हिंदू और मुस्लिम शैलियों की है इस किले को सुर्खी चुना और ग्रेनाइट शैल से बनवाया गया है
रोहतास किले में 83 दरवाजे मौजूद है जिनमें से कठौतिया घाट, मेढ़ा घाट, राजघाट, और चार- घोड़े घाट बहुत ही प्रसिद्ध माने जाते हैं इतना ही नहीं किले की दीवारों को भी खूबसूरत शिलालेख और सुंदर डिजाइन से भी सजाया गया है
किले के परिसर में शेर शाह सूरी के शासनकाल के दौरान एक बेहद ही सुंदर “जामा मस्जिद” का निर्माण भी करवाया था
इतना ही नहीं मानसिंह ने भी अपने शासनकाल के दौरान सुंदर “तख्ते बादशाही” महल खुद के लिए और “ऐना महल” जो कि अपनी पत्नी के लिए बनवाया था, और उन्होंने अद्भुत हथिया पोल का भी निर्माण करवाया
रोहतास किले में और भी सुंदर महल, मस्जिद, इमारत. मंदिर और मकबरे मौजूद है जैसे सूफी सुल्तान का मकबरा,हब्श खान का मकबरा, मानसिंह महल और राजपूताना शैली की वास्तुकला का गणेश जी का मंदिर है
रोहतास किले के आसपास प्रसिद पर्यटन स्थल( Famous Tourist Places Around of Rohtas Fort) :-
रोहतास किले के आसपास बेहद ही प्रसिद्ध मंदिर, महल, मस्जिद बने हुए हैं जिनकी वास्तुकला बेहद ही अद्भुत मानी जाती है और यह प्रसिद्ध पर्यटक स्थल रोहतास जिले में काफी फेमस और प्राचीन है
गणेश मंदिर-
यह मंदिर रोहतास किले के सबसे आकर्षण मंदिर में से एक है जो कि मानसिंह महल से आधे किलोमीटर की दूरी पर पश्चिम दिशा में स्थित है इस पवित्र गणेश मंदिर में प्रवेश करने के दो रास्ते मौजूद है
हथिया पोल-
यह द्वार किले का सबसे विशाल द्वार है जिसका निर्माण मानसिंह ने सन 1597 में करवाया था इस द्वार को बहुत ही सुंदर हाथीयो की प्रतिमाओं से सजाया गया है जिसके कारण इसे हथिया पोल या हथिया द्वार के नाम से जाना जाता है
रोहतासन मंदिर-
महल के उत्तरी पूर्वी हिस्से में लगभग 1 मील की दूरी पर मंदिर के दो खंडहर देखे जा सकते हैं। वह एकमात्र मंदिर भगवान शिव का है और इसे रोहतासन मंदिर के नाम से जाना जाता है। सभी सीढ़ियाँ टूट गई हैं, केवल 84 सीढ़ियाँ अच्छी स्थिति में बची हैं जिन्हें मंदिर तक पहुँचा जा सकता है।
हैंगिंग हाउस-
एक गुफा जैसी इमारत जो कि महल से कुछ पश्चिम की दिशा में बनी हुई है वहां के लोग इस गुफा को हैंगिंग हाउस कहते हैं हालांकि इस गुफा की मौजूदगी का कोई सबूत नहीं मिला है परंतु वहां के लोगों का कहना है
कि इस गुफा में एक मुस्लिम फकीर रहा करता था जिसे उसी गुफा में दफना दिया गया,
चुकाने की बात यह है कि उस फकीर को तीन बार नीचे की घाटी से गिराने के बाद भी वह मरा नहीं, आखिरी में उसे गुफा में ही दफना दिया गया और उसी समय से इस गुफा को हैंगिंग हाउस बोलते हैं
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रोहतास किले का रहस्य (Mystery of Rohtas Fort) :-
वहाँ रहने वाले लोगों का ऐसा मानना है कि रात के समय रोहतास किले में से चीखने चिल्लाने की आवाजे आती है इस कारण सूरज ढलने के बाद किले के आसपास कोई नहीं जाता, कुछ लोग तो सूर्यास्त होने के पहले भी वहां अलेके जाने से डरते हैं
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रोहतास किले में घुमने का सही समय, खुलने का समय और प्रवेश शुल्क :-
घुमने का सही समय –
अगर आप रोहतास किले में घूमने जाने का विचार बना रहे हैं तो हम आपको बता दें कि वैसे तो साल में आप कभी भी जा सकते हैं लेकिन अप्रैल से जून तक के महीने में ना जाए क्योंकि इन महीनों में गर्मी बहुत पड़ती है और तापमान अधिक डिग्री तक पहुँच जाता है इसलिए आप सितम्बर से लेकर मार्च तक के महीनों में वहां घूमने जा सकते हैं इस समय मौसम ठंडा रहता है और रोहतास फोर्ट बेहत खुबसूरत लगता है। और इस समय आप रोहतास किले के अलावा भी रोहतास शहर के ओर भी प्रसिद स्थल घूम सकते है
खुलने का समय :-
रोहतास किला सुबह 6:00 बजे से लेकर शाम को 6:00 बजे तक खुला रहता है।
प्रवेश शुल्क :-
रोहतास किले में घूमने के लिए कोई भी प्रवेश शुल्क नही देना पड़ता, आप बिना प्रवेश शुल्क दिए आराम से घूम सकते है
रोहतास किले तक केसे पहुंचे (How to reach Rohtas Fort) :-
ट्रेन से रोहतास किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप ट्रेन से जाने की सोच रहे हैं तो आप को बता दे की रोहतास किले के सबसे नजदीक सासाराम जंक्शन रेलवे स्टेशन है जो भारत के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशन से भी जुड़ा हुआ है रलवे स्टेशन से आप बस या टेक्सी ले सकते है और किले तक पहुच सकते है।
फ्लाइट से रोहतास किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप हवाई जहाज से जाना चाहते हैं तो बता दे की गया और पटना हवाई अड्डा रोहतास किले के सबसे नजदीक है गया हवाई अड्डा रोहतास शहर से 98 किलोमीटर की दुरी और पटना हवाई अड्डा रोहतास शहर से 157 किलोमीटर की दुरी पर है
वाराणसी हवाई अड्डा भी रोहतास किले के सबसे नजदीक है जो 120 किलोमीटर पर स्थित है और ये सभी भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़े हुए है हवाई अड्डे से आप बस या टेक्सी की मदद से किले तक पहुंच सकते है।
सड़क मार्ग से रोहतास किले तक केसे पहुंचे :-
अगर आप सड़क मार्ग के रास्ते से जाना चाहते हैं तो आप खुद के साधन से भी जा सकते हैं यह बिहार का रोहतास शहर सड़क मार्ग के द्वारा सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है और सभी शहरों में चलने वाली सार्वजनिक बसे भी आपको रोहतास शहर या रोहतास किले तक पहुंचा सकती हैं।
रोहतास किले तक पहुंचने का मेप :-
सवाल जवाब (Question Answer) :-
रोहतास किले कहां स्थित है?
भारत में बिहार के रोहतास शहर में स्थित है।
रोहतास किले का निर्माण किसने किया?
राजा हरिश्चंद्र के पुत्र रोहतास ने
रोहतास किले की स्थापना कब हुई?
किले की स्थापना 7 वी शताब्दी में हुई।
रोहतास किला प्रेरकों के लिए कितने बजे खुलता और बंद होता है?
सुबह 6:00 बजे से लेकर शाम को 6:00 बजे तक खुला रहता है।
रोहतास किला क्यों फेमस है?
अपनी अनोखी सुंदर वास्तुकला और रहस्य के कारण काफी फेमस है
सबसे महत्वपूर्ण बाते (Most important topic) :-
दोस्तों की ऐतिहासिक इमारतों महलों और पर्यटक स्थलों पर यात्रा अवधि टिकट के पैसे जैसे छोटी चीजें बदलती रहती है।
यदि अगर आप को इनके बारे में पता है तो आप कमेंट में जरूर लिखें हम आपके द्वारा दी गई जानकारी जल्द ही अपडेट कर देंगे और यदि इस पोस्ट में हमसे कोई गलती हो गई है तो वह जरूर बताएं।
धन्यवाद